Book Title: Sramana 2016 01
Author(s): Shreeprakash Pandey, Rahulkumar Singh, Omprakash Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi
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श्रमण परम्परा समंन्वित भारतीय परम्परा एवं कला में नारी शिक्षा ...: 37 सीताराम दूबे, बौद्ध धर्म, विविध पक्ष, दिल्ली, २००७, पृ० ८१-१३७ ज्योत्सना के. कामत, पूर्वोक्त संयुक्त निकाय- ३.१६ (मल्लिका सुत्त), सीताराम दूबे, पूर्वोक्त विनय, चुल्लवग्ग, १०.१ संयुक्त निकाय (खेमासुत्त), ४४.१ अंगुत्त निकाय, उपोसथ वर्ग; सीताराम दूबे, पूर्वोक्त जगदीश चन्द्र जैन, लाइफ इन एशियण्ट इण्डिया ऐज डिपिक्टेड इन द जैन कैनन्स, मुंबई, १९४७, पृ० १५४-१५५ ज्योतिप्रसाद जैन, रिलीजन एण्ड कल्चर आफ जैन्स, नई दिल्ली, १९९९, पृ० १७७-१८० आदिपुराण, १६.१८ वही, १६.९९-१०२ आराधना जैन, "आदिपुराण में उल्लिखित आचार्य, मुनि आर्यिका एवं उनकी आचारविधि", जिनसेन कृत आदिपुराण परिशीलन, (सम्पा०) फूलचन्द जैन, जयपुर, २००१, पृ० १४३-१५४ ज्योत्सना के कामत, पूर्वोक्त वासुदेवशरण अग्रवाल, भारतीय कला, वाराणसी २००७ (पु०मु०), पृ० १ वहीं, पृ० २६ वहीं, पृ० १२२-३० एम.एन.पी. तिवारी, जैन प्रतिमाविज्ञान, वाराणसी, १९८१, पृ० ४७ वही एम.एन.पी. तिवारी एवं एस.एस. सिन्हा, जैन आर्ट एण्ड एस्थेटिक्स, नई दिल्ली, २०११, पृ० ३६ एम.एन.पी. तिवारी एवं एस.एस. सिन्हा, जैन कला तीर्थ : देवगढ़, ललितपुर, २०१२ (तृतीय संस्करण), पृ० ११२-११४ एम.एन.पी. तिवारी, खजुराहो का जैन पुरातत्व, खजुराहो १९८७, पृ. ६-९ वही, पृ० ७२-७४ एम.एन.पी. तिवारी एवं एस.एस. सिन्हा, जैन आर्ट एण्ड एस्थेटिक्स, पूर्वोक्त, पृ० २०६-०७
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