Book Title: Sramana 2005 07 10
Author(s): Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 214
________________ जैन जगत् : २०५ "करुणा अन्तर्राष्ट्रीय' का दसवां राष्ट्रीय अधिवेशन एवं पुरस्कार समारोह करुणा अन्तर्राष्ट्रीय का दसवां राष्ट्रीय अधिवेशन तथा पुरस्कार वितरण समारोह दिनांक ३० दिसम्बर २००५ शुक्रवार को जलगाँव (अहिंसा तीर्थ, अजंता रोड, ग्राम कुसुंबा) में आयोजित किया जायेगा तथा ३१ दिसम्बर २००५ शनिवार को महाराष्ट्र के बाहर से आने वाले प्रतिनिधियों की एक बैठक प्रात: ९ बजे से मध्यान्ह २ बजे तक सम्पन्न होगी। ___ध्यातव्य है कि “करुणा अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान विगत दस वर्षों से विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में करुणा क्लबों की निरन्तर स्थापना कर रहा है। "करुणा क्लब' का प्राथमिक उद्देश्य विद्यार्थियों में उनकी बाल्यावस्था से ही दया, करुणा एवं प्राणिमात्र के प्रति प्रेम भावना को जागृत करना है ताकि वे भारतीय संविधान की धारा ५१ ए (जी) के अनुसार सभी प्राणियों, पशु-पक्षियों, वनस्पति-जगत् एवं पर्यावरण-सरंक्षण के प्रति जागरूक बन सकें। “करुणा क्लब" रचनात्मक कार्यक्रम है, जो भारत वर्ष के १२ राज्यों के १००८ से भी अधिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में संचालित हो रहा है। __रामारोह के पुनीत प्रसंग पर अवसर पर करुणा अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा विशिष्ट करुणा क्लबों को १,००,०००/- रुपये पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। 'दयावान पदक' उन ४० छात्रों को प्रदान किये जायेंगे, जिन्होंने स्वयं को प्राणी मात्र की सेवा एवं सहायता के लिए समर्पित कर दिया हो तथा प्रेम एवं करुणा का कोई उल्लेखनाये कार्य किया हो। इस अधिवेशन में १२ राज्यों के प्रबुद्ध शिक्षाविद्, तथा करुणा क्लबों के संचालक एवं विद्यार्थीगण भाग लेंगे। सम्पर्क सूत्र :- Karuna International, # 70, Sembudoss Street, Chennai600 001 Ph.: 044-25231714, एवं श्री रतनलाल सी, बाफणा (प्रवर्तक - जलगांव करुणा केन्द्र) नयनतारा, सुभाष चौक, जलगाँव (महाराष्ट्र) दिगम्बर जैन आगमों में भट्टारक विषयक संगोष्ठी सम्पन्न शिखरजी। श्री १०८ बालाचार्य योगेन्द्र सागरजी महाराज के चातुर्मास के । अन्तर्गत 'दिगम्बर जैन आगमों में भट्टारक' विषय पर एक राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी का आयोजन नेशनल नानवायलेन्स यूनिटी फाउन्डेशन ट्रस्ट के तत्त्वावधान में दिनांक २४-२५ अक्टूबर, २००५ को सम्पन्न हुआ। डा० सविता जैन, डा० अनुपम जैन के निर्देशकत्व एवं Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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