Book Title: Sramana 2003 01
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 120
________________ श्रमण, वर्ष ५४, अंक १-३/जनवरी-मार्च २००३ विदेशी शोध छात्र विद्यापीठ में स्वीडेन की Lund University के ८ शोधछात्र अपने वाराणसी प्रवास के दौरान २ अप्रैल को दिन में ११ बजे विद्यापीठ पधारे। उन्होंने यहाँ हो रहे शोध कार्यों की जानकारी प्राप्त की। संस्थान में अध्ययनार्थ विराजित मुनि श्री महेन्द्रसागर एवं मुनि मनीषसागर से जैन साध्वाचार के सम्बन्ध में चर्चा की एवं यहाँ के समृद्ध पुस्तकालय एवं महत्त्वपूर्ण प्रकाशनों का अवलोकन किया। पार्श्वनाथ विद्यापीठ में तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन ___ पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी और जैन विद्या संस्थान, लखनऊ के संयुक्त तत्त्वावधान में Sramana Traditions up to Mahavira & Gautama Buddha नामक विषय पर २६-२८ अप्रैल २००३ को तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इस संगोष्ठी में सहभागिता हेतु विभिन्न विद्वानों ने अपनी स्वीकृति प्रदान की है। ज्ञातव्य है कि पार्श्वनाथ विद्यापीठ में यह सर्वप्रथम संगोष्ठी है जो जैन विद्या संस्थान, लखनऊ के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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