Book Title: Sramana 2003 01
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 126
________________ जैन जगत : वीर सुरेशचन्द्र जैन 'प्राईड ऑफ इण्डिया' पुरस्कार से सम्मानित चण्डीगढ़ २६ मार्च; भारतीय जैन मिलन के अध्यक्ष वीर सुरेशचन्द्र जैन को ग्लोबल इकोनॉमिक कौंसिल व इण्टरनेशनल फ्रेन्डशिप फोरम ऑफ इण्डिया द्वारा पिछले दिनों चण्डीगढ़ में आयोजित कान्फ्रेन्स के अवसर पर प्राईड ऑफ इण्डिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्री जैन को यह सम्मान उनके द्वारा सामाजिक क्षेत्र में निर्बल वर्ग की सहायता, राष्ट्रीय एकता व समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण को अग्रसर बनाने में उल्लेखनीय सेवा के लिये प्रदान किया गया। श्री जैन को उनकी इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिये विद्यापीठ परिवार द्वारा हार्दिक बधाई । समणी संबोधप्रज्ञा जी पी-एच० डी० की उपाधि से सम्मानित जैन विश्व भारती, लाडनूं द्वारा समणी संबोधप्रज्ञा जी को उनके द्वारा लिखित शोधप्रबन्ध 'अर्धमागधी आगमों में आत्मतत्त्व की अवधारणा' पर पी-एच० डी० की उपाधि प्रदान की गयी। समणी जी ने अपना उक्त शोधप्रबन्ध प्राकृत एवं जैनागम विभाग, जैन विश्व भारती के सह आचार्य डॉ० हरिशंकर पाण्डेय के निर्देशन में पूर्ण किया। समणी जी को उनकी इस अकादमिक उपलब्धि के लिये पार्श्वनाथ विद्यापीठ की ओर से हार्दिक बधाई । १२२ जैन विद्या- विद्वान् निर्माण योजना जैन विद्या में स्नातक उपाधि, स्नातकोत्तर उपाधि, उच्च अध्ययन एवं शोधकार्य करने के इच्छुक व्यक्तियों से आवेदन पत्र आमन्त्रित हैं। - अर्हताएँ : (१) जैन विद्या में स्नातक उपाधि (बी०ए० ) के लिये १०+२ से हायर सेकेण्डरी की परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिये । अन्यथा वह प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् ही स्नातक परीक्षा में बैठने के लिये पात्र होगा। (२) जैन विद्या में स्नातकोत्तर उपाधि (एम०ए०) के लिये स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। (३) उच्च अध्ययन एवं शोध कार्य के लिये किसी भी विश्वविद्यालय की स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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