Book Title: Sramana 2001 10
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 209
________________ २०३ सम्बोधिपारितोषिक एवं बाहुबलिसुवर्णचन्द्रक समर्पण समारोह सम्पन्न अहमदाबाद २ दिसम्बर : सम्बोधि संस्थान, अहमदाबाद द्वारा प्रवर्तित सम्बोधि पारितोषिक एवं बाबूलाल अमृतलाल शाह चैरिटेबल ट्रस्ट, अहमदाबाद द्वारा प्रवर्तित बाहुबलिसुवर्णचन्द्रक समर्पण समारोह दिनाङ्क २ दिसम्बर को प्रात: १० बजे स्थानीय लॉ गार्डेन स्थित श्रीकाकाभाई भवन के भव्य सभागार में आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता बहुश्रुत साहित्यकार प्रो० भोलाभाई पटेल ने की। प्रो० कुलीनचन्द्र याज्ञिक, पूर्व कुलपति, उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय, पाटण- इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस समारोह में सम्बोधि संस्थान द्वारा प्राकृत, अपभ्रंश, पुरानी गुजराती, आधुनिक गुजराती आदि भाषाओं के मर्मज्ञ प्रो० रमणीक भाई शाह (पूर्व शोध प्राध्यापक, लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर, अहमदाबाद एवं निवृत्त प्राध्यापक, भाषा साहित्य विभाग, गुजरात विश्वविद्यालय) को ३१ हजार रुपये का चेक, सम्मान-पत्र, शाल तथा डॉ० शिवप्रसाद (प्रवक्ता, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी) को ११ हजार रुपये का चेक, सम्मानपत्र, शाल आदि द्वारा सम्मानित किया गया। प्रो० शाह को यह सम्मान उनके द्वारा ३० से अधिक ग्रन्थों एवं अनेक शोध आलेखों के लेखन-सम्पादन तथा डॉ० शिवप्रसाद को जैन तीर्थों एवं श्वेताम्बर मूर्तिपूजक विभिन्न समुदायों/गच्छों पर तीन पुस्तकों एवं ६० से अधिक शोध आलेखों के प्रकाशन पर प्रदान किया गया। इसी समारोह में कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में ६० पुस्तकों एवं ३०० से अधिक शोध आलेखों द्वारा जैन साहित्य एवं पुरातत्त्व के अध्ययन को नया आयाम देने वाले प्रो० हम्पा नागराजैय्या (पूर्व नियामक- कर्नाटक जैन रिसर्च सेन्टर एवं पूर्व प्रमुख कन्नड़ साहित्य परिषद, बैंगलोर) को बाबूलाल अमृतलाल शाह चैरिटेबल ट्रस्ट, अहमदाबाद द्वारा बाहुबलिसुवर्णचन्द्रक, सम्मानपत्र, शाल आदि द्वारा सम्मानित किया गया। पूर्व में इसी ट्रस्ट द्वारा प्रो० नगीन जी०शाह एवं प्रो० वंशीधर भट्ट को भी सुवर्णचन्द्रक प्रदान किया जा चुका है। इस समारोह में डॉ० जीतेन्द्र बी० शाह (नियामकलालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर एवं शारदाबेन चिमनभाई एज्यूकेशनल रिसर्च सेन्टर, अहमदाबाद), श्री लक्ष्मण भाई भोजक, पं० रूपेन्द्रकुमार पगारिया तथा बड़ी संख्या में साहित्य क्षेत्र की जानी मानी हस्तियाँ और समाज के अग्रगण्य श्रावक उपस्थित रहे। श्रीनरेशमुनि जी का गाजियाबाद से विहार गाजियाबाद २ दिसम्बर : परमपूज्य, घोर तपस्वी, पण्डितरत्न श्री नरेशमुनि जी म० सा० ने वर्ष २००१ का चातुर्मास पूर्ण कर २ दिसम्बर को ससंघ राजस्थान के Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218