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२११ उनकी उलटबासियाँ, सन्त गोपालदास, जीवन मस्तान, मोहनदास, चेतनदास, कृष्णदास, स्वामी सदानन्द, महामति प्राणनाथ और विभिन्न सम्प्रदाय, निम्बार्क सम्प्रदाय, चैतन्य सम्प्रदाय, वल्लभ सम्प्रदाय, प्रणामी सम्प्रदाय, महामति प्राणनाथ का हिन्दी भाषा एवं साहित्य में योगदान आदि का विवरण है। ग्रन्थ की साज-सज्जा आकर्षक एवं मुद्रण त्रुटिरहित है। ऐसे महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ की लेखिका और उसे प्रकाशित करने वाली संस्था दोनों ही बधाई के पात्र हैं। यह पुस्तक संत साहित्य पर शोधकार्य करने वाले शोधार्थियों के लिये आदर्श एवं प्रत्येक शोध पुस्तकालयों के लिये अनिवार्य रूप से संग्रहणीय है।
साभार प्राप्त
वीर पञ्चाशिका- लेखक- श्री आसूलाल सञ्चेती; प्रकाशक- मूलचन्द सुजानमल उमंगकँवर संचेती ट्रस्ट, अलका, डी/१२१, शास्त्रीनगर, जोधपुर- ३४२००३ राजस्थान, प्रथम संस्करण २००१, आकार- पाकेट साइज, पृष्ठ ४+५०; मूल्य२०.०० रुपया।
षड्भाषानिबद्ध श्रीकरगडुमहर्षिकथा- श्रीचिलाणीपुत्रकथा- श्रीषण्मित्रर्षिकथासम्पा०- अचलगच्छीय मुनि श्रीउदयरत्न सागरजी म.सा०; प्रकाशक- श्री चारित्ररत्न फाउण्डेशन चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्रीसोमचन्द्र भाणजी लालका, मुम्बईगली, अमलनेर४२५४०१; आकार- डिमाई; पृष्ठ ४+२४; मूल्य- ५१.०० रुपया।
दरियामां डुबकी (गुजराती)- लेखक- पूज्यमुनि भव्यचन्द्र विजयजी म.सा०; प्राप्तिस्थान- श्रीदेवेन्द्रकुमार माणेकलाल शाह, २०४/बी, विजय कॉम्प्लेक्स, वासणा बस स्टैण्ड के पास, अहमदाबाद-३८००७; आकार- डिमाई; पृष्ठ १३८; प्रथम संस्करण वि०सं० २०५६; मूल्य १२.०० रुपया।
संसारना शतरंज पर (सम्प्रति राजा चरित्र- गुजराती)- लेखक पूज्य मुनि भव्यचन्द्र विजयजी म.सा०; प्राप्तिस्थान- श्रीदेवेन्द्रकुमार मणिकलाल शाह, २०४/ बी, विजय कॉम्प्लेक्स, वासणा बस स्टैण्ड के पास, अहमदाबाद- ३८०००७; आकार- डिमाई, पृष्ठ ८६; मूल्य १५.०० रुपया।
संयमरक्षा अंगे मारी मनोव्यथा (गुजराती); लेखक- सम्पा०-प्रका० श्री दीपचन्द वखतचन्द मेहता, क्लब रोड, ध्रांगध्रा, सौराष्ट्र-३६३३१०; आकार- डिमाई;
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