________________
विद्यापीठ के प्रांगण में (विद्यापीठ समाचार-जुलाई-सितम्बर २००० तक) आचार्यश्री राजयशसूरि म० सा० का चातुर्मास प्रवेश समारोह श्री श्वेताम्बर जैन मंदिर भेलूपुर में ७ जुलाई को प्रात:काल ९ बजे संयोजित किया गया, इसमें संस्थान के निदेशक प्रो० भागचन्द्र जैन ने भाग लिया और आचार्यश्री के स्वागत में दो शब्द कहे साथ ही आचार्यश्री के संस्थान के प्रति अभिव्यक्त स्नेह को रेखांकित किया। परिणामत: तुरन्त ही विद्यापीठ में पूज्य राजयशसूरीश्वर विद्याभवन एवं उपाध्याय यशोविजय स्मृति मंदिर के निर्माण की घोषणा कर दी गयी। आचार्यश्री की प्रेरणा और प्रो० जैन के अनुरोध से श्री धर्मेन्द्र गांधी ने पांच लाख रुपये के दान की घोषणा की। इसी प्रकार श्री रतनलाल मगनलाल देसाई, कलकत्ता, डॉ० किशोरभाई मुम्बई; श्रीमती मयूरी, अजयभाई शाह-अहमदाबाद प्रत्येक ने एक लाख ११ हजार रुपये अनुदान का वचन दिया जिसे संस्थान की प्रबन्ध समिति ने सहर्ष स्वीकार किया। इसी क्रम में ५ अगस्त को विद्यापीठ के प्रांगण में भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया और १७ नवम्बर को दोनों भवनों के उद्घाटन की भी घोषणा हुई। समूचे कार्य में कुँवर विजयानन्द सिंह जी, अध्यक्ष पार्श्वनाथ जन्मभूमि जीर्णोद्धार ट्रस्ट, वाराणसी का समुचित सहयोग मिला। उनके सहयोग से दोनों भवनों का निर्माण कार्य तेजी से प्रारम्भ हो गया है। भूमिपूजन समारोह का विवरण पृथक रूप से इसी के साथ दिया जा रहा है। ९ जुलाई को शिकागो से श्री अनिल जैन विद्यापीठ परिसर में पधारे
और यहां की गतिविधियां देखकर हार्दिक प्रसत्रता व्यक्त की। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि वे संस्थान की इन गतिविधियों का प्रचार-प्रसार अमेरिका में करने का उत्तरदायित्त्व ले रहे हैं। १० जुलाई को प्रो० जैन स्थानीय पर्यटन विभाग गये एवं वहां के निदेशक से संस्थान को अपने मानचित्र पर ले आने का अनुरोध किया। पर्यटन विभाग ने संस्थान में योग और ध्यान शिविर संयोजित करने का आग्रह किया। १४ जुलाई को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के लक्ष्मणदास अतिथिगृह में प्रात: १० बजे प्रो० विनोदचन्द्र श्रीवास्तव, निदेशक, उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला, के सानिध्य में एक बैठक हुई जिसमें पार्श्वनाथ विद्यापीठ और उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला के बीच कुछ परियोजनायें प्रारम्भ करने के विषय में चर्चा हुई। इस बैठक में संस्थान की ओर से प्रो० जैन, डॉ० अशोक सिंह एवं डॉ० श्रीप्रकाश जी पाण्डेय सम्मिलित हुए। इसी बैठक में प्रो० निसार अहमद भी उपस्थित थे।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org