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जैन जगत् सूरत में अपूर्व धर्म प्रभावना सूरत ३१ जुलाई : श्रमण संघ के चतुर्थ पट्टधर आचार्य सम्राट शिवमुनि जी म.सा० के सूरत चातुर्मास के अवसर पर यहां अपूर्व धर्म प्रभावना हो रही है। प्रतिदिन आचार्यश्री सवा घंटे विविध जीवनोपयोगी विषयों पर प्रवचन देते हैं जिसमें कम से कम ५ हजार व्यक्ति उपस्थित रहते हैं। चातुर्मास के प्रारम्भ से ही यहां सुदीर्घ तपस्यायें भी प्रारम्भ हो गयी हैं। प्रति रविवार को बाल संस्कार शिविर का आयोजन हो रहा है। २९-३० जुलाई को स्थानकवासी समाज के सभी प्रान्तीय पदाधिकारियों एवं कर्मठ कार्यकर्ताओं का सम्मेलन भी आचार्यश्री के सानिध्य में यहां सम्पन्न हुआ।
आचार्य सम्राट श्री आनन्दऋषिजी की जयन्ती सम्पन्न
श्रमणसंघ के द्वितीय पट्टधर स्व० आचार्यश्री आनन्दऋषि जी की जयन्ती देश के विभिन्न भागों में हर्षोल्लासपूर्वक मनायी गयी। इसी क्रम में जयपुर में जुलाई ३०-३१-०१ अगस्त को यहां तीन विभिन्न स्थानों पर तीन दिवसीय तपत्याग, सामायिक दिवस के रूप में स्वर्गीय आचार्यश्री की जयन्ती मनायी गयी। ३० जुलाई को महावीर भवन, आदर्श नगर में, ३१ जुलाई को महावीर साधना केन्द्र, जवाहरनगर में और १ अगस्त को जैनस्थानक, लालभवन, चौड़ा रास्ता, जयपुर में स्वर्गीय आचार्यश्री के जन्मशताब्दी समारोह का आयोजन रहा, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने उपस्थित होकर सामायिक साधना करते हुए महान् संत को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
___ सूरत में जयन्ती समारोह का आयोजन आचार्य शिवमुनि जी महाराज के सान्निध्य में हुआ। इस अवसर पर इसी पाण्डाल में सामूहिक आयंबिल की भी व्यवस्था की गयी थी। समारोह में राजस्थान महिला मंडल द्वारा आयोजित निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में ४०० रोगियों को चश्मे मुफ्त प्रदान किये गये। श्री शैलेज कुमार जी द्वारा इस अवसर पर यहां १० दिवसीय स्वाध्याय शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें ३०० से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया।
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