Book Title: Sramana 1994 04
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 140
________________ अमृत-महोत्सव पार्श्वनाथ शोधपीठ के मानद मन्त्री, प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाज-सेवी माननीय भूपेन्द्रनाथ जैन का अमृत महोत्सव (75वीं वर्षगाँठ) दिनांक 15 दिसम्बर, 1993 को न्यूकेम लिमिटेड, फरीदाबाद में अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। समारोह में इष्ट-मित्रों, परिजनों, फरीदाबाद जैन समाज के गणमान्य व्यक्तियों तथा न्यूकेम लिमिटेड के पदाधिकारियों के साथ-साथ पार्श्वनाथ शोधपीठ प्रबन्ध समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री विजयकुमारजी मोतीवाला (दिल्ली), उपाध्यक्ष श्री सुमतिप्रकाशजी, कोषाध्यक्ष श्री राजकुमारजी जैन एवं पार्श्वनाथ शोधपीठ के निदेशक प्रो. सागरमल जैन उपस्थित थे। पार्श्वनाथ शोधपीठ की तरफ से श्री विजयकमार जैन मोतीवाला और उपाध्यक्ष श्री समति प्रकाश ने क्रमशः अभिनन्दन-पत्र और शॉल भेंट की, अभिनन्दन-पत्र का वाचन प्रो. सागरमल जैन ने किया। इस अवसर पर न्यूकेम परिवार की ओर से पार्श्वनाथ शोधपीठ को पचहत्तर हजार रुपया भेंट किये गये। आदरणीय श्री भूपेन्द्रनाथजी जैन एवं उनके परिवार का संस्था के संचालन, सम्पोषण एवं विकास में पूर्ण योगदान रहा है। आपके पिता स्व. श्री लाला हरजसराय जी इस संस्थान की स्थापना से लेकर सन् 1975 तक (लगभग 40 वर्ष) की सुदीर्घ अवधि तक इसके मानद मंत्री रहें। इसके पश्चात् मन्त्री-पद का दायित्व श्री भूपेन्द्रनाथजी के कन्धों पर है। उनके कार्यकाल में हुई संस्थान की उल्लेखनीय प्रगति समाज के समक्ष है। इस पुनीत अवसर पर पार्श्वनाथ शोधपीठ परिवार उनके समृद्ध जीवन एवं दीर्घायु की कामना करता है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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