Book Title: Siriwal Chariu
Author(s): Narsendev, Devendra Kumar Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 166
________________ शब्दावली १०३ पेसियउ २३६ पेरियाउ २।२२ [फ] फरिय १।२७ बुज्झिउ ११६,६,६ [भ] भत्तउ ११२५, २०३५ भासिउ ११२, ११९,४३, २।२९,३३ भासिय २०१२ भिण्ण ११३८ भीडिउ १११० भुत्तु १७ भुत्तउ २।३५ [म] [ल] लयउ १२८,१५,३८, २२,७, १३, २०२८,३४ लद्धउ ११३७, २७, २२६, २१६ लागउ २।३० लायउ ११४५ लाज्जिय २।३० लिय १७ लियउ २७ लिहिय १७ लिहियउ १९,९, २०१६ लिहिल्लिउ २०१८ लोटीय २७ [व] पडिहासिउ २०३४ परिणाविय ११३६ पसंसिउ ११३४ परायिउ २।१० परिणिय २०१० परिण २।१० पट्टइ २१५ पराययउ २११ पडिउ २१३, २०२८ परिउ १२७ पायउ २।२६ पवेसिउ २०१७ पयट्ठउ २०१७ परि-वोलिउ ११४५ पाविउ १२१४, २११ पायउ ११२५ पाइयउ २०१६ पाविट्टिय ११४४ पालि २१३२ पियउ २०११ पीठत्तु २।११,१२ पीडियउ १४१८, २०२८ पीडिउ १६१० पीइ १११७ पुकारिय ११३२ पुछिउ १११६,३९,४६,३२, २११८, २१५, २०१६ पुज्जिय १२२६, १२३२ पुंछिय ११३४, २१७, २०१६ पूजिउ १११७ पूरिय २।१४ पेसिउ ११२ पेक्खिउ १।१४ पेल्लिय ११३८ पेल्लिउ २१२९ पेसियउ ११३६ पेरियाउ २।२२ पेरिउ २।२६ पेसिउ ११२ पेक्खिउ १११४ मंडउ ११३,३६ मण्णई १११४, २०१६ मग्गिउ ११६ मणिसं २०३० माणियउ ११२६ मुहं चुविउ २७ मिलिउ ११३७, २०१९ मिलियउ ११२, ११५, १२५, २०१२ मिलियई १२६, २०१८ मोहिउ १।१५,१९ मोक्कलाई ११४१ मुक्कु १२४६, २०१३ मुखाडिय २१ मुणिज्जऊ १६ वइट्ठउ १२२७,४७ वद्धउ ११३४, २।४ वरिसउ १।२१ वंधाविय २२८ वंधी १३१२ वण्णसं २।३१ वहिउ श२८, १११५ वसिय ११४१ वहिय १२४ वंदिउ १।३४, २।२२,२६ वलिउ श२० वलिय ११८ वंधिउ १२४२ वइठ्ठ २०२५ वइट्ठ २ वंधिय श२७ वज्जिय १२६, २०१८, २।२२, १२ वंच्छिउ ११८ वासिउ १११३,१७,१८, २।१६,४ वाहउ ११२५, २०२० वाठिउ १११७ वाजियाई २।९ वालियउ २।१० [र] रहय १४६ रंजिउ १४१८, २।६ रायउ ११३ रोपियउ १२२७ रेल्लिय ११३८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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