Book Title: Silakkhandhavagga Abhinava Tika Part 1
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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अच्चन्तसंयोगत्थसम्भवदस्सनं - १५३ अच्चन्तसुखुमभावप्पत्तिया - ३८७ अच्चन्तसुखुमालकरजकायं - ३७३ अच्चयो - ३६३
अच्चारद्धन्ति - ६८
अच्छथाति
१- ३१५
अच्छन्दिकभावमत्तन्ति- - ३३१ अच्छयागु - ३७१
अच्छरियब्भुतधम्मपटिसंयुत्तं - ११७ अच्छरियब्भुतधम्मो - २२२ अच्छरियवेगाभिहताति -
- ४१५
अच्छरियानि - १२२
अच्छरियं - १७३, १९१, ३२४
अजितमाणवकपुच्छा - ११३ अजिनचम्मेहीति - ३२० अज्जकन्ति - ३१३
अज्झगाति - ७७
अज्झत्तिकधम्मे - २५० अज्झत्तिकबलं -
5- २२५
अज्झत्तिकसमुट्ठानं – ४१७ अज्झाचारो - ८०
अज्झासयन्ति - १९१, ३९७ अज्झासयसुद्धिया - १०२ अज्झासयानुसन्धिम्हिपि - ३९८
अज्झोसन्नाति - २१३
अञ्जलिकम्मं - २४६
अञ्ञतरभेदसङ्ग्रहवसेन - ३५२
अञ्ञतित्थिया - ३८८
अञ्ञतित्थियानं - १७४ अञ्ञदत्थूति - २७८, ३६७ अञ्ञातन्ति - २८२
दीघनिकाये सीलक्खन्धवग्गअभिनवटीका-१
अञ्ञासिकोण्डञ्ञत्थेरस्स - ३३
अट्ठक्खणविनिमुत्तो- १५० अट्ठङ्गसमन्नागतरूपावचरचतुत्थज्झानस्सेव - ३४६
अट्ठङ्गसमोधानसम्पादितो - २२६ अट्ठधम्मसमोधानसम्पादितो - २२१
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अट्ठविमोक्खपरियायो - ३७५ अट्ठसमापत्तिलाभिनो अट्ठापदन्ति - ३१७
- ३८७
अट्ठारसपक्कपरिमाणा - ४१२ अट्ठारसावेणिकबुद्धधम्मवसेन - १७७ अट्ठिधोवनन्ति - ३१७ अट्ठकथायन्ति - अड्ढयोजनम्पि - १५९ अणुसहगतेति - २७२ अण्डन्ति - २०३
- ३७२
अतक्कावचरा - ३३४, ४२२ अतित्थेनाति - १६६ अतिधावितब्बन्ति - ४०० अतिपाततो - २८३ अतिविसुद्धेनाति - १७४ अतिविसं - ३१३
अतिवेलं - ३७०
अति - सद्दो - ८५, २८३ अतिसुखुमसुत्तं - १०४ अतीतसत्थुकन्ति - १५६ अतीतानागतधम्मानं - १७५
अतीतोति - १२, १६३, २७९ अतीतंसपुब्बेनिवासत्राणेहि - ३८५ अतुलितन्ति - २८२
अत्थकुसलोति - १३१
अत्थक्कमोति - १०,३१२
अत्थचतुक्कं - २७९
अत्थचरिया - २६१
अत्थजालं - ४१२,४१३
अत्थञू - १०६ अत्थपञ्ञत्तिया - ८०
अत्थपटिसम्भिदाति - ९३
अत्थबोधकोति - १५४
अत्थवादीति - ३०२ अत्थवेदं - ४, २२ अत्थसिद्धिया - ३००
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