Book Title: Silakkhandhavagga Abhinava Tika Part 1
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 488
________________ [प-प] सद्दानुक्कमणिका __[२५] पटिपत्तीति-११२, २३९, २५३ पटिपदन्ति-२७९ पटिपदाञाणदस्सनविसुद्धि-२५० पटिभागनिमित्तं-३७४, ३७६ पटिभानचित्तविचित्तन्ति-१७१ पटिभानचित्तं -३१६ पटिभानं - ३५१ पटिमानेन्तीति-१८० पटिवसतीति-१४७ पटिविरतभावो - २८७ पटिवेदेसुन्ति-६५ पटिवेधपञायाति-१७४ पटिवेधोति – ९५,३३६ पटिवेधं-९५ पटिसङ्घरणं-६४ पटिसङ्खानुपस्सना - २७२ पटिसन्धिचित्तक्खणे-३६८ पटिसन्धिसञाति-३८३ पटिसम्भिदाति-९३ पटिसम्भिदामग्गे-२०६ पटिसम्भिदाविभङ्गे-९३ पटिसंवेदेतीति-३५१ पटुप्पादनं-३२९ पठमचित्तक्खणेति-३६८ पठमज्झानभूमिया-३६५ पठमज्झानं - ४४, ३६५ पठमपाराजिकन्ति-७२ पठमबुद्धवचनन्ति-७६,७७ पठमबोधीति-२७७ पठमभवङ्गचित्तक्खणतो-३६८ पठममग्गो-४३१ पठममहासङ्गीतियं -३२ पठमवचनं - १२५ पठमारुप्पज्झानं-३८२ पठमं झानं-४३,४२७ पणिधिन्ति-२७२ पणिधीति-३३१,३६८ पणीता-३३४,४२२ पण्डा-१४७, ३७८ पण्डिच्चं-३७८ पण्डितवेदनीयाति-३३७,४२२ पण्डितोति-३७८ पण्णनाळि-३१८ पण्णनाळिका-३१८ पण्णं -५४, २९६ पतिट्ठाति-२८ पतिट्ठानलक्खणं-२२० पतिट्ठो-९३ पतिरूपदेसवासो-१५१ पत्तपरिवारितन्ति - १७० पत्तियायितब्बा -२९७ पथवीकम्पनं-७२ पथवीचलनं-१२१ पदट्ठानधम्माति-४२४ पदविभागोति-१२३ पदहनं-२७४ पदानीति-२७०, ३१७ पदुट्ठचित्ता-३७२, ३७३ पदुमपुप्फानि-१८० पदोसो-३६९, ३७२ पधानधम्मे -३५१ पधानमनुयुजाति-६८ पधानयोगन्ति-२०८ पन्थन्तन्ति-३४४ पपञ्चसूदनियम्पि-५५ पब्बतविसमन्ति-४७ पभिन्नमदो-१६३ पभेदपत्ति -४३२ पमुखलक्खणं - २७४ पमोक्खो-१०० पयोगसुद्धिं-२१८ पयोगोति-३०० 25 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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