Book Title: Silakkhandhavagga Abhinava Tika Part 1
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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[प-प]
सद्दानुक्कमणिका
[२३]
निस्सिरीकतन्ति-१७१ नीतो -८१ नीलरस्मिअत्थाय-२०७ नीवरणसओजनद्वयसिद्धि-४१९ नीवरणानि-२४९,२७१ नीहरणसमत्यन्ति-३३१ नेक्खम्मपारमियं-२३२, २४९ नेक्खम्मस्सितन्ति-१९९ नेक्खम्मेनाति-२७० नेत्ति-१४४ नेत्तिट्ठकथायं - ५६ नेमित्तिका-३२४ नेय्योति-२६२ नेवसञानासचायतनन्ति -३८१ नेवसजीनासजीवादे -३८९
निब्बानधातुयाति-३५ निब्बानमहानगरस्स-२३० निब्बानसुखस्स-२४१ निब्बानारम्मणो - ९५ निब्बापनीयन्ति-३३० निब्बिदानुपस्सनायाति-२७२ निब्बुति-३५७,४३५,४३६ निब्बुतिपवेदनाय-३५७ निब्बेठनं-१९७ निमित्तन्ति-२३४,२७२, ३२४, ३२५ निमित्तपटिवेधो-३३४ निमित्तसत्थन्ति-३२५ निम्माताति-३६८ निम्मितबुद्धेन - ११२, १२९ नियतपरिच्छेदो-३६५ निय्यानिकधम्मत्राणेन-१७५ निय्यानिका -१६०, ३२२ निय्यानिको-१६३ निय्यानं-१६३, २७४, ३२२ निरामिसचित्तो-२४० निरोधलक्खणं-३५८ निरोधसच्चं-३५७,४२०,४३६,४३७, ४३८ निरोधसमापत्तिया -४४ निरोधानुपस्सनायाति-२७२ निरोधोति-३४७ निरुज्झतीति -३५८ निरुत्तिपटिसम्भिदाति-९४ निरुत्तिलक्खणं-१५४ निरुत्तिं-२७७ निल्लालितजिव्हाति - १७२ निवत्तेतीति-३५१ निवुताति -२१४ निसिन्नवत्तिका- १२४ निस्सग्गियोति-२८५ निस्सरणत्था - ९७,९८,१०१,१०२ निस्सरणं- ९७, १६३, २७४, ३५९, ४३२
पकतिपथवियं-३७१ पकतीति-४०९ पकतूपनिस्सयवसेन-४०७ पकासिताति-१३, ३१८,३३४ पकुधवादो-३९७ पक्खित्तदिब्बोजो-२०९ पक्खिपनं-७२ पक्खिपितब्बन्ति-७२ पग्गव्हं-३७ पग्घरणं-२७३ पग्घरापेतीति-८२ पचुरापराधा-८८ पच्चक्खजाणं-३५३ पच्चक्खधम्मो-३९३ पच्चङ्गो-३९२ पच्चत्थरणानि-६६ पच्चनीकपटिपदन्ति-१६३ पच्चयाकारो-२९
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