Book Title: Siddhhemchandra Shabdanushasanam Part 01 Author(s): Chandraguptasuri Publisher: Mokshaiklakshi Prakashan View full book textPage 8
________________ - श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासनम् // अर्ह // कलिकालसर्वज्ञ-श्रीहेमचन्द्रसूरिभगवत्-प्रणीतं स्वोपज्ञलघुवृत्तिसंवलितं श्रीसिद्धहेमचन्द्रशब्दानुशासनम् // प्रणम्य परमात्मानं श्रेयःशब्दानुशासनम् / आचार्यहेमचन्द्रेण स्मृत्वा किञ्चित् प्रकाश्यते // 1 // अर्ह 191919 // अर्हमित्येतदक्षरं परमेश्वरस्य परमेष्ठिनो वाचकम्, मङ्गलार्थं शास्त्रस्याऽऽदौ प्रणिदध्महे // 1 // सिद्धिः स्यादादात.।११॥२॥ स्याद्वादाद् - अनेकान्तवादात् प्रकृतानां शब्दानां सिद्धिः- निष्पत्तिज्ञप्तिश्च वेदितव्या // 2 // लोकात् / / 1 / 3 // अनुक्तानां संज्ञानां न्यायानां च लोकाद्- वैयाकरणादेः सिद्धिर्वेदितव्या , वर्णसमाम्नायस्य च // 3 // तत्र - .. . औदन्ताः स्वराः 111114 // औकारावसाना वर्णाः स्वरसंज्ञाः स्युः / अ आ इ ई उ ऊ ऋ ऋ ल लू ए ऐ ओ औ // 4 //Page Navigation
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