Book Title: Siddhachal Tirth ke 21 Kshamashraman Author(s): Vallabhvijay Publisher: Atmanand Jain Sabha View full book textPage 1
________________ * ॐ * __ वन्दे श्रीवीरमानन्दम् । श्री सिद्धाचलतीर्थ के २१ क्षमाश्रमण हिन्दी. योजकन्यायांभोनिधि जैनाचार्य १०८ श्रीमद्विजयानन्दसूरिप्रसिद्धनाम-आत्मारामजी महाराजके शिष्य १०८ श्रीमुनिमहाराज श्रीलक्ष्मी विजयजी के शिष्यमुनि महाराज श्री हर्ष विजयजी के शिष्य . मुनि श्री वल्लभविजयजी महाराज. प्रकाशकः श्रीवात्मानन्द जैनसभा लाहौर (पंजाब श्रीवीरसंवत् २४५१. ) प्रति १००० (विक्रम संवत् १९८१, २ श्रीवात्मसंवत् २६. मूल्य सदुपयोग । ई. सन १६२४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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