Book Title: Shrutsagar 2018 08 Volume 05 Issue 03
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 24
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 24 श्रुतसागर अगस्त-२०१८ श्री यशोदेवसूरिभिः ४. पंचधातुमय श्री वासुपूज्य जिन पंचतीर्थी ___सं० १५०६ वर्षे मा० शु० १३ कर्पटवाणिज्ये नीमा ज्ञातीय दे० रामा भा० वाकुं सुत दोपचाकेन भा० जाकु भ्रातृ रत्ना पुत्र देवदासादि कुटुंबयुतेन निजश्रेयसे श्री वासुपूज्य बिंब कारितं प्रतिष्ठितं तपा श्री जयचंद्रसूरिभिः ॥ ५. विशिष्ट जिनप्रतिमा ___ (अलाई ४२र्क)अकबरजलालदी(न) राज्ये ॥ सिद्धि सं. १६५४ वर्षे वैशाख शु ५ सोमे ॥ ऊकेशवंशे वृद्धशाखायां रायभणसाली गोने मुहता चाचा तत्पुत्र मुहता लोला भार्या ललतादे तत्पुत्र मुहता सहसाकेन भार्या लीलादे लखमादे भगिनी बाई जसमां प्रमुख परिवारयुतेन श्री पार्श्वनाथ बिंब कारितं प्र० श्री बृहत्खरतरगछे श्रीजिनवर्धनसूरि संताने श्री जिनसिंहसूरि पट्टे श्री जिनचंद्रसूरिभिः श्रीरस्तु श्री अहमदावाद नगरे निष्पन्न ॥ साबला जिला बांसवाडा ५२देहरी मंदिर स्थित ६.धर्मनाथ जिन पंचतीर्थी ॥ संवत् १५१५ मार्ग शुदि १० गुरौ श्री कोरंटगच्छे मांडुत्र गोत्रे सा० डामर भा० कपूरदे पु० जूठाकेन श्री धर्मनाथ बिंबं का० प्र० श्रीस्तंभदेवसूरिभिः ७. श्री वासुपूज्यस्वामी चोवीसी ____सं० १५३५ वर्षे मागसिर शुदि ५ गुरौ श्रीश्रीमाल ज्ञातीय श्रे० वीका भा० सलखू सुत माहिआकेन भा० माणकदे भ्रातृ काला भा० कामलदे सु० श्रीपाल कुष्ट(?) चतुर्विंशतिपट्टिका श्री वासुपूज्य बिंब कारितं प्रति० श्रीपूर्णिमापक्षे श्रीगुणतिलकसूरि उपदेशेन कोठी वास्तव्य ८. श्री सुमतिनाथ जिन प्रतिमा ३ इंची सं० १६९७ व० पौष शु० ५ गुरौ मा० कल्याण भा० रतननाई नीगया(?) श्री सुमतिना० बिं० का० प्र० तपा श्रीविजयदेव ९. श्री सुमतिनाथ जिन चोवीसी ॥ संवत् १५१८ वर्षे ज्येष्ट शुदि ६ बधे (बुधे) प्राग्वाट् ज्ञातीय सं० नरबंद भा० मदुअरि पु० सं० थावर सं० महिराज भा० जसमाई पु० रामदे(व) सहितेन स्वमातृपितृ For Private and Personal Use Only

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