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श्रुतसागर
11. आचार्यदेवश्री श्री महेन्द्रसागरसूरीश्वरजी म.सा आदि ठाणा-३
श्री शान्तिनाथ जैन श्वे. मू. पू. संघ - ३७०, जैन टेम्पल, ७वां क्रोस, लक्ष्मी रोड, शांतिनगर, बेंग्लोर, पिन५६००२७
12. गणिवर्य श्री नयपद्मसागरजी म.सा
आदित्य हाईट्स, घासवाला कम्पाउंड, साने गुरुजी मार्ग, RTOलेन, ताडदेव - मुंबई 13. मुनिराज श्री शांतिसागरजी म. सा. आदि ठाणा
समाधि मंदिर, विजापुर (उत्तर गुजरात )
अगस्त २०१८
(पृष्ठ ३२ से आगे)
पधारे थे। बावन जिनालय की ओर से उपस्थित मेहमानों की साधर्मिक भक्ति रखी गई थी। पूज्यश्री के प्रवेश के अवसर पर विशेष प्रभावना भी की गई थी।
इस प्रसंग पर प. पू. आचार्य श्री प्रसन्नकीर्तिसागरसूरिजी म. सा., पू. आ. श्री विवेकसागरसूरिजी म. सा., पू. गणिवर्य श्री नयपद्मसागरजी म. सा. इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
श्री महावीर जैन विद्यालय का २४वाँ साहित्य समारोह का आयोजन
महावीर जैन आराधना केन्द्र के प्रांगण में दि. दि. १२/७/१८ से १४/७/१८ तक त्रिदिवसीय महावीर जैन विद्यालय का २४वाँ साहित्य समारोह मनाया गया. जिसमें विविध विषयों पर लेख प्रस्तुत किये गये। अंतिम दिन आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर के अवलोकन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पावर पॉईन्ट प्रेजेन्टेशन द्वारा संस्था का परिचय दिया गया, विविध प्रकार के हस्तप्रतों व ताडपत्रीय ग्रंथों का साक्षात् परिचय दिया गया एवं सम्राट् सम्प्रति संग्रहालय की भी मुलाकात ली गई। संस्था का परिचय प्राप्त कर सभी अत्यंत प्रभावित हुए ।
३० विश्वविद्यालय के ३८ ग्रन्थपाल कोबा की मुलाकात पर
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गुजरात युनिवर्सिटी के माध्यम से भारत भर के ३० विशिष्ट विश्वविद्यालयों के ३८ ग्रन्थपाल आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर, कोबा की मुलाकात हेतु पधारे थे। उन्हें पावर पॉईन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से ज्ञानमंदिर की प्रवृत्तियों का परिचय कराया गया। हस्तप्रतों एवं ताडपत्त्रीय ग्रन्थों का परिचय दिया गया । हस्तप्रतों का ऐसा विशाल संग्रह देखकर सभी भावविभोर हो गए। उन्होंने जैन शिल्प-स - स्थापत्य कलाकृतियों के संग्रहरूप सम्राट् संप्रति संग्रहालय के दर्शन भी किए। ज्ञानमन्दिर की व्यवस्था व सम्राट् सम्प्रति संग्रहालय का अदुभुत संग्रह देखकर सभी ने मुक्त स्वर से प्रशंसा की ।