Book Title: Shrutsagar 2016 02 Volume 02 09
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

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Page 28
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir फरवरी-२०१६ 26 श्रुतसागर ११.००, पंक्ति ११, अक्षर ३६, लेखन संवत् विक्रम संवत् १६७०, ज्येष्ठ शुक्लपक्ष ७ गुरुवार, दशा - श्रेष्ठ, विशेषता - प्रतिलेखक ने चित्रांकन पद्धति से स्तोत्रों के बीच में गुरु का नाम, अपना नाम एवं पठनार्थे का नाम लिखा है. अक्षर-सुंदर; गेरू लाल रंग से अंकित विशेष पाठ; लेखन पद्धति-अंक व दंड लाल स्याही से; चित्र-अंक स्थान में - सादा (रेखा चित्र)-अंतिम पत्र; फुल्लिकामध्य-वापी-गोलचंद्र-लाल; पार्श्व रेखा-पीला-लाल, प्रतिलेखन स्थल- बीबीपुर, पठनार्थे- पं. वीरसागर गणि, गुरुनाम - कीर्तिविजय प्रतिलेखक- कीर्तिविजय गणि, गुरुनाम कमलविजय गणि, गुरु-पितृपरंपरा- पं. कमलविजय गणि, गुरु नाम- हंसविजय गणि. प्रत की सूचना के नीचे देखने से पता चलता है कि इस प्रत में कोई पेटांक नहीं है. इसमें नवस्मरण के नौ स्मरणों में से आठ स्मरण लिखे गए हैं तथा नौवां स्मरण कल्याणमंदिर नहीं है. For Private and Personal Use Only (क्रमशः) क्या आप अपने ज्ञानभंडार को समृद्ध करना चाहते हैं? आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञानमंदिर, कोबा के पास आगम, प्रकीर्णक, औपदेशिक, आध्यात्मिक, प्रवचन, कथा, स्तवन - स्तुति संग्रह आदि अनेक प्रकार के प्राकृत, संस्कृत, मारुगुर्जर, गुजराती, राजस्थानी, पुरानी हिन्दी आदि भाषाओं में लिखित विभिन्न प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित बहोत बड़ा एकस्ट्रा पुस्तकों का संग्रह है जो अन्य ज्ञानभंडारों को भेंट में देना है. यदि आप अपने भंडार को समृद्ध करना चाहते हैं तो यथाशीघ्र संपर्क करें. पहले आने वाले आवेदन को प्राथमिकता दी जाएगी.

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