Book Title: Shrimad Rajchandra Vachnamrut in Hindi
Author(s): Shrimad Rajchandra,
Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal
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परिशिष्ट (५)
पृष्ठ स्यगडांग-सूत्रकृतांग (आगमग्रन्य) ९९
:
३१) | स्वरोदयशान (चिदानन्द)
हरिभद्र
२२८
१२७ १५२ १७१
२५३ २९७ २९८
१.३.२५
૧૮૦ ७६२ ७७९
३६४११,१४,१९ ३६६ १. ३९२
हेमचन्द्र
७४५
Twitter
६२३
२४ १२)
क्षेत्रसमास (जिनभद्रगाणि) शानेश्वरी (ज्ञानेश्वर)
७०२ ७६२
६३१
करसनदास कृष्णदास खुशालराय
जूठामाई
परिशिष्ट (५) 'श्रीमद् राजचन्द्र में आये हुए मुमुक्षुओंके नामोंकी सूची पृष्ठ पति ।
पृष्ठ पंकि | मोहनलाल (गांधीजी) २७५-२१
४३५-२.” ४१८-२८
५७९-१३) ३३४-२६ रतनभाई
४४०-२३ २८८-५ रेवाशंकर
१९१-२९) १९३-३० १९४-२९
६२४-२५) ७६६-५,२२ लहेराभाई
४५७-३३॥ ३९६-५,१९
४५८-१ सुंदरलाल
४८९-१४ सौभाग (सुभाग्य) १६६-२४ ४५३-८
२६८-३२ ४५८-१ ४८७-११,१८,२३ ७२५-१८
६८.-१,३,१०,१३ ४८९-१३
६८२-४ ६२७-५
६९०-७ ७३१-१२
त्रिभुवन इंगर
माणेकचंद

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