Book Title: Shantinath Charitra Hindi
Author(s): Bhavchandrasuri
Publisher: Kashinath Jain

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Page 3
________________ जैन धर्मानुरागी, श्राद्धगुण-सम्पन्न, परोपकार-परायण, कोठारी-कुल-भूषण, दानवीर, श्रीमान् माननीय बावू भैरुंदानजी कोठारी माननीय महोदय / आपने आज पर्यन्त जाती एवं समाजके उत्कर्ष के लिये जो अतुलनीय उत्साह, परिश्रम और धनदान किया है, अनेकानेक अनाथ-निःस्साहाय पुरुषों को जिस प्रकार उदार होकर मुक्त हस्त से सहायता पहुँचायी है, शिक्षा प्रचार के लिये आपने जो प्रशंसनीय उद्योग किये हैं, आपके उन्हीं सबगुणों का स्मरण कर मैं यह शान्तिनाथ-चरित्र नामक ग्रन्थ आपके करकमलों में सादर समर्पित करता हूँ। कृपाकर स्वीकार करेंगे। यापका काशीनाथ जैन P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust

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