Book Title: Sanskrit Vyakaran Shastra ka Itihas 03
Author(s): Yudhishthir Mimansak
Publisher: Yudhishthir Mimansak

View full book text
Previous | Next

Page 271
________________ २६० संस्कृत व्याकरण-शास्त्र का इतिहास रघुनाथ मन्दिर पुस्तकालय (जम्मू) I. ४५६,६।५३४,२३।५६९, ।५८७,५। II. १४२,५।२८५,१७।३०८,१३॥३२०,७। ३२३,२४। III. १८७,१९॥ रघुवीर (एम० ए० डी० लिट) I. १५८,२।२२७,२२॥४८८, २२।४५६,१०॥ III. ६३,२९।६४,४१६८,१३।१०८,१२। रघुवीर वेदालङ्कार I. ५१२,७। रङ्गनाथ यज्वा I. ४६४,८५७८,१०।६०१,१४१ II. २३०.२२। रङ्गराज अध्वरी (अप्पय दीक्षित का पिता) I. ५३६,२०॥ रङ्गोजि भट्ट I. ५३०,२६।५३१,२। II. ४५६,३३ रजनीकान्त गुप्त I. ३१७,५॥ रणवीर केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ जम्मू III. १८७.२०॥ रत्तिकान्त तर्कवागीश (मुग्धबोध-व्याख्याता) I. ७२०,१७, रत्नगिरि (रामभद्र मखी का बहनोई) I. ४६५,२६। रत्नमति (गणपाठ-व्याख्याता) II. १६३।२।१६६.५॥ रत्नमति (न्यास-व्याख्याता) I. ५६७,२४॥ रत्नशेखर (सूरि) I. ७००,७II. ३३६,२५॥ रत्नाकर (रामभट्ट द्वारा उद्धृत) I. ७१२,२१॥ रत्नागिरि दीक्षित (वैद्यनाथ शास्त्री का पिता) II. ३२१,१॥ रत्नेश्वर चक्रवर्ती (का० लिङ्गा०) II. २८८,२३॥ रथीतर (बृहद्देवता में उद्धृत) I. १६२,१॥ रमाकान्त ( सौपद्म गण० व्याख्याता) II. १६६,२०॥ रमानाथ' (कातन्त्र धातुवृत्तिकार) II. ६१,११।११.२।१२१, ३३१२२,३।२६०,११ रमानाथ चक्रवर्ती (उपाध्याय सर्वस्वकार) II. २६०,१,४॥ रमेशचन्द्र मजुमदार I. ३७०,३॥ रसशाला औषधाश्रम हस्तलेख संग्रह (गोंडल) II. ३१४.७।३१८, २४१३३०।१६। राघव (नानार्थ मञ्जरीकार) I. ३८३,२७। १. आगे रामनाथ (कविकल्पद्र म व्याख्याकार, कातन्त्र धातु व्याख्याता) नाम पर टिप्पणी देखें।

Loading...

Page Navigation
1 ... 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340