Book Title: Sanmati Mahavira
Author(s): Sureshmuni Shastri
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 26
________________ आत्मा का अमर व्याख्याकार सत्य एवं शिव के एक प्रकाशपिण्ड-सा महावीर हमारी आँखो को चकाचौध कर देता है। हमारे सोचने-समझने को पद्धति पर उसका प्रहार निर्मम व्यंग्यो की वर्षा करता है। तत्कालोन पाखण्ड को उसकी वाणी यो अनावृत कर देती है, जैसे सत्यशोधक प्रवञ्चनाओ को चीर कर अपने अन्तर्मुख के दर्शन करता है। वास्तव मे, विश्व की उस महत्तम विभूति का सन्देश तो प्रतिभा को ऐसी वेगवतो लहर है, जो जनता के दिल और दिमाग को झकझोर कर उसे शिव-मार्ग पर आरूढ़ होने की एक जीवित-जाग्रत प्रेरणा प्रदान करती है। उस महान् जन-नायक का मुख्य कार्य तो अपने अनुभव-मूलक विचारो द्वारा आध्यात्मिक, नैतिक तथा सामाजिक क्रान्ति कर मानव-समाज को विजय के उस पथ पर

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