Book Title: Samantbhadra Swamino Samay
Author(s): M A Dhaky
Publisher: Z_Nirgranth_Aetihasik_Lekh_Samucchay_Part_1_002105.pdf and Nirgranth_Aetihasik_Lekh_Samucchay_Part_2

View full book text
Previous | Next

Page 17
________________ ४४ Jain Education International समुद्गकयमक अक्षरद्वयविरचितसमुद्ाकयमक सर्वपादमध्ययमक सर्वपादान्तयमक द्व्यक्षरपादाभ्यासयमक पादाभ्यास सर्वपादान्तयमक साधिकपादाभ्यासयमक द्वयक्षरश्लोक चक्र श्लोक गूढस्वेष्टपादचक्र श्लोक गतप्रत्यागत श्लोक गतप्रत्यागतयमक श्लोक अनुमप्रतिलोमश्लोक अनुलोमप्रतिलोमेक श्लोक अनुलोमप्रतिलोमसकल श्लोक प्रथमपादोद्भूतपश्चाध्धकाक्षरविरचितश्लोक एकाक्षरविरचितैकैकपादः श्लोक गर्भे महादिशिचैकाक्षरचक्र श्लोक गर्भे महादिशिचैकाक्षरश्चतुरक्षरचक श्लोक गतप्रत्यागतपादभ्यासयमकाक्षरद्वयविरचित श्लोक गतप्रत्यागतपादयमकाक्षरद्वयविरचितसन्निवेशविशेषसमुद्गतानुलोमप्रतिलोमश्लोकयुगल श्लोक चित्रालंकारः मुरजबन्ध इष्टपादमुरजबन्ध अन्तरमुरजबन्ध गुप्तक्रियोमुरजबन्ध यथेष्टैकाक्षरान्तरितमुरजबन्ध निरौष्ट्ययथेष्ठैकाक्षरान्तरितमुरजबन्ध मुरजबन्धः श्लोकयमकालंकार નિર્પ્રન્થ ઐતિહાસિક લેખ-સમુચ્ચય-૧ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31