Book Title: Ratnakaravatarika Part 03
Author(s): Dalsukh Malvania
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 211
________________ १५९ रत्ना०वृत्तिगतपारिभाषिकशष्दानां सूची केवलज्ञान १. १८८, ३. १११ .. केवलान्वयं २. ३९ केवलावरण १. २११ - केवली १. २११; २. २२६, ३. ७३ ११२, ११८ कोशपानप्रत्यायनीय १५१ . कौटस्थ्य ३, ५९ . . . क्रम. २.१६८, १९७, २०१ क्रममावी ३ ६, ११ ...क्रिया २.२३२. ३, ८०, ८२. ८३ . क्रियाऽनाविष्ट ३. २२ . क्रियाविरोध १. १०० क्रियाशब्द ३. २० . . - क्रियेकान्ता ३.८२ क्लिष्ट ३. १२९ क्षणक्षयस्वर्गप्रापणशक्ति १. ५१, ५८ . क्षणक्षयकान्तप्रसाधन २.. २०३.. क्षणपरम्परा ३. ४६ क्षणभङ्गुरता १. ७८ क्षणभङ्ग २. १५ क्षणिक २. १९२ क्षणिकता २. २४८ क्षणिकत्व २. २०० क्षणिकैकान्त २. २००, २०१ क्षय २. १७३ क्षयोपशम २. १७३ क्षायोपशमिकज्ञानशाली ३. ११२, क्षेत्रलक्षण २. १६९ . खण्डन ३. ७१ खण्डपरशुः १, १०६ गगनगुणत्व २ ११८ १२० गन्धहस्ति २. १६० गमकत्वं २. ३६ गमकहेतु २. ३९ गुण १. ४५, ११०, ११५, १६६; २. १७०, २११, ३. ६, ८१ गुणप्रत्यय १. १६६ गुणाख्यविशेष २. १८५ गुणार्थिक ३.६ गुणास्त २. २१२ गुणिदेश २. १६९, १५०, १७१ गुरु १. ११५ गुर्वध्ययनपूर्वक २. ९७ गृहित ३. ५८ गृहिन् ३. ९४ गोचर २. १७७ गोशब्दत्व २. ११५ ग्रहण १.७२ घ्राण १. १५६ चक्रक १. १११ चक्षु १. १३४, १३६, १५२ चक्षुष १. १७ चतुरग ३. ११५ चरमशरीरी ३. ९७ चित्रकार २. १९० चित्रज्ञान १. २९ चित्रेकज्ञानवत् २. २०९ चेत १.१४५ चेतनं ३. ५७ चेतनक्रिया १. २११ चेतना ३. ३७ चेतनासमवाय ३. ५७ चैतनत्व ३. ५३ चैतन्य ३. २८, ३०, ३१, ३३, ३७, ५२ चैतन्यसमवाय ३. ५३. चैतन्यस्वरूप ३. ५२, ५७ चैतन्याख्य ३. ८ चौरशब्द २. १४० छन्द २. १०१, १०३ छाया १. १६७, १८७, २. ६२ जड १. १०६ जय ३. ११० .

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