Book Title: Purn Vivaran Author(s): Jain Tattva Prakashini Sabha Publisher: Jain Tattva Prakashini Sabha View full book textPage 1
________________ SAAAAAAAL १५ 64 * बन्देजिनवरम् श्री जैन तत्वप्रकाशिनी सभाका अहोरवा दीर्य, १ शास्त्रार्थ अजमेरका पूर्वरङ्ग और दो मौखिक शास्त्रार्थंका पूर्ण विवरण | --C STE जिसको चन्द्रसेन जैनवेद्य मन्त्री श्रीजैनतत्त्वप्रकाशिनी संभाने सर्वसाधारणके हितार्थ छषाकर प्रकाशित किया ॥ -* प्रथमावृत्ति } UB श्रीवीर निर्वाणाब्द २४३८ की० = ) || ढाई खाना सैकड़ा १४) रु० Printed by B. D. S. at The Brahm Press -- -Etawah.Page Navigation
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