Book Title: Prashnavyakaran Sutram Author(s): Kanhaiyalalji Maharaj Publisher: Jain Shastroddhar Samiti View full book textPage 2
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org ooooh जैनाचार्य - जैनधर्म दिवाकर - पूज्यश्री- घासीलालजी - महाराज विरचितया सुदर्शिन्याख्यया व्याख्यया समलङ्कृतं हिन्दी - गुर्जर भाषाऽनुवादसहितम् ॥ प्रश्न व्याकरण-सूत्रम् ॥ PRASHNAVYAKARANA SUTRAM नियोजक : संस्कृत - प्राकृतज्ञ - जैनागमनिष्णात- प्रियव्याख्यानिपण्डितमुनि -श्रीकन्हैयालालजी महाराजः प्रथमा - आवृति प्रति १००० Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रकाशकः पालि (मरवाड) निवासि - घनः श्रीमतः मुकनचन्दजी बालिया महाशय तथा अ. सौ. तद्धर्मपत्नी सुकनबाई - प्रदत्त द्रव्यसाहाय्येन अ० भा० श्वे० स्था० जैनशास्त्रोद्धार समितिप्रमुखः श्रेष्ठि- श्रीशान्तिलाल - मङ्गलदास भाई-महोदयः मु• राजकोट बीर संवत् २४८८ विक्रम संवत् २०१८ मूल्यम् - रू० २०-0-0 For Private And Personal Use Only ईसवीसन १९६२Page Navigation
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