Book Title: Prakrit Vyakaranam
Author(s): Salila Nayak
Publisher: Pratibha Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 255
________________ 233 परिशिष्टम् स्त्रीलिङ्ग एआ, एगा (शौ.) एआ, एआओ, एआउ, एगा, एगाओ, एगाउ (शौ.) एअ, एगं (शौ.) शेषारूपं स्त्रीलिङ्ग ‘सव्वा' सदृशम् नपुंसकलिङ्ग एअं, एगं (शौ.) एआई, एगाइं (शौ.) एअ, एग (शौ.) शेष पुंल्लिङ्गवत्। ओकारान्त 'दो' (द्वि) शब्दः त्रीषु लिङ्गेषु एकरूपता बहुवचन दो, दुवे, दोणि AAAAAAA दोहि दोहिन्तो, दोसुन्तो दोण्हं दोसु इकारान्त ति (त्रि) शब्दः त्रीषु लिङ्गेषु एकरूपता बहुवचन तिण्णि तीहि तीहिन्तो, तीसुन्तो तिण्हं तीसु उकारान्त 'चतु' (चतुर) शब्दः त्रीषु लिङ्गेषु एकरूपता बहुवचन .. चत्तारो, चत्तारि

Loading...

Page Navigation
1 ... 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288