Book Title: Pradyumna Charit
Author(s): Sadharu Kavi, Chainsukhdas Nyayatirth
Publisher: Kesharlal Bakshi Jaipur

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Page 233
________________ ऊ } ऊंदु - ३५८ ऊटू – ३५६ करण -- ४२० उत्तर—६७६ ऊपरऊपर - ६१८ कभी-२३५. ऊंवर -२३५ ए एक - ३०३, ३८०४४४४४ ५८१, ६०२, ६१६ एक इ--५३६, ६५७ एकठा—२५४ एकल – ६५४ 4 एकतर – ३८० एक हि-६६५, ६४६ एकसामक - ६४६ एकोनो--४७३ एकु -- २५७, २५२, ३५६, ३७८ ३७६, ४३६, ४५७, ५.३६, ६०५, ६२०, ६५२,६६३ एकुइ – ३ एकुउ - ३७६ एकुह् ४७३ एगुएासीर - १० एत - १२६, ४२६, ५८४, ५६३ एतउ – २२१, २६४, ४३३ एह-- ११४, ११५, ६१३ एसहि ५५० (क) एत – ५७१ एते – ३६८, ४२४ | एम - - ३६६, ५५४, ६११ एम्ब – ३६, ६६७ एरछनगर- ६६५ एसी - ६३३, ६५४ एसे - १५१, ४३४, ४६८, ४७८ एस-१५३ एसो – २६८, २८३ एसी- १३६, १४८ एस्यो - १४४ ऐह- १८७, २३५, २६५ देह – ६५, ३२८, ४०६, ६६७ ऐसी - - ४८३, ५१२ सो-- ३६४ ऐतु--६२१, ६४३ श्रो प्रोरइ – ६१६ क कच -- ६५ कइय---३४८ कइबै—- ३३० करसह ३५ इसी – ५४१ कउ -- २, २८४, ३२३, ३३६, ४०२, ४३०, ४८१, ५१६, ५६५, ५६५, ६०६, ६१२, ६५७, ६७६, ६५०, ६६४ करणर्कक रूप --- ६०८ कंकरण--२३६ कंकर -- २६७ कचनारू---३४५ - १६, १६१, ३१३, ६६६

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