Book Title: Pradyumna Charit
Author(s): Sadharu Kavi, Chainsukhdas Nyayatirth
Publisher: Kesharlal Bakshi Jaipur
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( २६५) पठे-१.
पसियाइपव्यो-४२,६२२, ३२३
पयंतरि- २ पठइ-.-४२०
पदमवतोरणा -2 परा--१२०, ५५१
पत-१४६ पाउ--४३६
पदमावती-५ पडल्वर-५०५ पशु-१३८
पवारय-५२, ३१३ पबह-६३८
पत्र -१३, २४,१६,३११,३१६, पह--१७३
४८४,४३० पडाइ-५३२
पंच -४३६. पडि--४५६,४७, ५१५
पंच- ११ पजिउ--७५ १६६, ३३२, ३५६,
पंचज--१२
पंचति-१५४ पडिगयउ--३७२
पंचमु-५६६ पडिय--१७३
पंचमुवीर--६८ पडियो-४५२
पंचसय--१८३ परिहार--४८४
पंचायय--१८० पडी--६३, १५३, ५१४
पंडव-४५६ पडे -४६८, ४९६, ५००, १२, पंचित-७०१
पंडौं-५८२ पद--३१८
पदंत-३७१ पढग....१३७
पउ-३७६ पढम--६१३
पंथ-४६६ पहमद्य--१३
पंथि-७७ पहायतु- ३७६
पंद्रह....५४८ पहावइ-१७६
पभरण-२२६ पद--६१५
पभणइ-३ पणमा-१
पवरण-१३५ परावा-४
पम्बारण-४१५
पम्बारा---.६४२. पगि--२६४
पय-१३, १६, १८६,२७१ पस्थय-२६५
पयठ-२१२ पता--१०६
पपड़ी-२६८ पतिगइ - २६६
पघंपर-३४०. ४२४, ४६३

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