Book Title: Prachin Pratima Lekh Sangraha
Author(s): Vishalvijay, Vijaysomchandrasuri
Publisher: Rander Road Jain Sangh
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પરિશિષ્ટ-પ
कालकाचार्य कालिकाचार्य
जिनदेवसूरि
जिनसिंहसूरि
भावदेवसूरि वीरसूरि
जयचंद्रसूरि पार्श्व चंद्रसूरि
वयरसेनसूरि
वयरसेनसूरि
मुनिचंद्रसूरि
सिद्धसूरि
माणिक्यचंद्रसूरि
धर्ममूर्तिसूरि
भावसागरसूरि
जिनरत्नसूरि रत्नसिंहसूरि लक्ष्मीसागरसूरि
वर्धमानाचार्य
भवडा / भवडार / भावडारगच्छ
भीनमालगच्छ
महाहडगच्छ
मधुकरगच्छ
मलधारगच्छ
वडखरतरगच्छ
बृहत् / वृद्धतपापक्ष
सरवालगच्छ
૯૯
३०२
१४२
१६
१४२
३००, ३०२
९०, १४२
१६३
१६३
१८२
१९०
१८९
२०७
४८
२३७
२३७
३१८
१३, १९, ३६, २९९
२१८
१४३

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