Book Title: Prachin Pratima Lekh Sangraha
Author(s): Vishalvijay, Vijaysomchandrasuri
Publisher: Rander Road Jain Sangh
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પરિશિષ્ટ-૧૧
૧૨૭
२८१
३१६
धनादे धनी
१५४ २८५
धनी
३०८
धांधलदेवि
धारसी धाराक
धिरा धिरीया धिरेन
३११
धनी
धरण
धीधा
धरण धरण धरण धरणा धरणा
१३८ २०७
धीना धीरा धीरि धूडा
धरणा
८८
१५४ ४४
६४
धोधर
२९४
१४४
धरणाक धरणिग
धरणूं धरमाक
धरूह धर्मवती धर्मसी धर्मसी
धोरा नंदा नग्गा नन्नजी
१६६
३२५
१६८
नयणू
२४१ ११८
५९
७०
१२४
धर्मसी
२०७
धर्मसी
१७७
नरचंद नरपाल नरपाल नरबट नरषद
नरसिंग नरसिंहदास
धर्मा
धर्मादे
१३८
धर्मिणि
१६८
नरसी
धांधन धांधल धांधलदे |
२००
नर्बद
८४
नवघण

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