Book Title: Prachin Pratima Lekh Sangraha
Author(s): Vishalvijay, Vijaysomchandrasuri
Publisher: Rander Road Jain Sangh
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પરિશિષ્ટ-૧૧
१३१
३११ १३९
૧૩૧ मांईआ मांईआक मांकड मांका मांकु मांडण मांडण
३११
.
.
५५
၆၃
मांडण
१३
मांमर
मा... माकण
३२८
माकु
१७४
मणोर ३०२ मणोर १०८
मदन २०९ मदालाखा ३२७ मनजी ३२०
मना मरूदेवा मरूदेवि
मलू १५१
मलू मलूकचंद ३२२
मल्हा
महण २३९ महमीरा (?)
महिता ५७ महिपति. ६० महिपा महिपा
२०९ महिपा ३०५ महिपाक
२१३ महिपाल महिभंद्र महिराज महिराज महिराज महिराज २९७
मांइ | ३१२
१९९
११३
१६४
१९२
३१४
माणिक माणिकदे माणिकदे माणिकदे माणिकि माणिकि माणिक्य मातृदेव माधलदे माधव मानसंघ माना
२३६
५४ १०७
२०६
मानू
३१२
मापरि मापरि
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