Book Title: Prachin Pratima Lekh Sangraha
Author(s): Vishalvijay, Vijaysomchandrasuri
Publisher: Rander Road Jain Sangh

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Page 136
________________ १५५ २२६ ૧૧૩ ब्रह्माणगच्छ जीरापल्लीयगच्छ पिप्पलगच्छ संडेरगच्छ नाणेरगच्छ सागरगच्छ सांडरवालगच्छ ३१४ १७८ २८५ २३६ १३४ नागेंद्रगच्छ २९२ પરિશિષ્ટ-૬ वीरसूरि शालिभद्रसूरि शालिभद्रसूरि शालिसूरि शास्त्रसूरि शांतिसागरसूरि शांतिसूरि शिलसूरि शीलगुणसूरि श्रीचंद्र श्री...देवसूरि सर्वाणंदसूरि साधुरत्नसूरि साधुसुंदरसूरि सालिभद्रसूरि सिद्धसूरि सिद्धसूरि सिद्धाचार्य सिद्धांतसागरसूरि सिद्धांतसागरसूरि सिद्धांतसागरसूरि सिंहदत्तसूरि सुमतिप्रभसूरि सोमरत्नसूरि सोमसुंदरसूरि सोमसुंदरसूरि १५१ २८८ पूर्णिमापक्ष पूर्णिमापक्ष पिप्पलगच्छ २०७ मधुकरगच्छ उपकेशगच्छ अंचलगच्छ अंचलगच्छ अंचलगच्छ २२३ २९८ १५३ पूर्णिमापक्ष आगमगच्छ तपागच्छ ३७ तपागच्छ

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