Book Title: Panchastikay Part 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 151
________________ णिच्चयण्हु 45 णियद णिवारण निश्चय स्वरूप को जाननेवाले ध्रुव हटानेवाला अनेक णेग नारकी णेरड्य तच्चण्हु तारिस तेक्कालिय देहत्थ धीर पगासग तत्त्व ज्ञ वैसे ही तीन काल में उत्पन्न देह में स्थित धैर्यवान प्रकाशित करनेवाला अन्य पराधीन पूर्वापर साधनेवाला फैला हुआ पृथक पर परायत्त परावर पसाधग पिहुल पुधग प्पधाण 53,71 मुख्य प्रमुख अनेक अनेक 56, 66 16, 32, 46 बहुग बादर स्थूल 64 10 बादर (144) पंचास्तिकाय (खण्ड-1) द्रव्य-अधिकार

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