Book Title: Paia Lacchinammala
Author(s): Dhanpal Mahakavi, Bechardas Doshi
Publisher: R C H Barad & Co Mumbai

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Page 149
________________ ३६ निष्णया २३३ नित्त ४७० नित्थाम ५९३ निद्दलिअ ४८१ निद्देस १२५ निबंधस ५०६ निद्धाडिअ ४९३ निबंधण ६४८ निब्भर ५७३ निब्भिण्ण ५६३ निमिअ ३५२ निम्मल १६१ नियड २४८ निअंब १२ निअंबिणी ४३० निअय ७४० निअय १८. निअर ५७७ निअलिअ ४९३' निआण निम्नगा नेत्र Jain Education International निबन्धन निर्भर निर्भिन्न न० नेत्र - आंख निःस्थामन् वि० निर्बल निर्दलित वि० नाश किया हुआ निर्देश पुं० निर्द्वन्स वि० निर्धाटित वि० निमित निर्माल्य निर्मथित निर्मात निवसन निचकल ५८७ निम्महिअ ५८८ निम्माय ११७ निअंसण न० १४८ निअक्कल न० ८३३ निअगुणसलाहा निजगुणश्लाघा स्त्री० १३५ नियच्छिअ निदर्शित वि० निकट नितम्ब स्त्री० नदी नियत निजक निकर निगडित निदान ५८ निर्देश- सूचन धंस करनेवाला निर्दय बहार निकाला हुआ - भगाया हुआ न० कारण क्रि० वि० भरा हुआ वि० भेदा हुआ वि० स्थापित न० वि० वि० वि० पुं० देव को चडा हुआ प्रसाद - शेष मथा हुआ - हिंसित निर्माण किया हुआ कटी स्त्र गोल आकार नितम्बिनी स्त्री० नारी-स्त्री वि० नियत-नियमित वि० निजका-अपना पुं० समूह वि० बेडी डाला हुआ न० कारण River Eye Weak Destroyed For Private & Personal Use Only Hint Cruel Gone out अपने गुण की प्रशंसा निदर्शन किया हुआ बताया हुआ पास में रहनेवाला Near कमर की दोनों बाजु का Hips नीचा भाग - कूला Cause Filled Split Established Remainder of present made to god Straggled Created Waist-band Round shape Self-praise Seen Woman Constantly One's own Heap, quantity Fettered Cause www.jainelibrary.org

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