Book Title: Paia Lacchinammala
Author(s): Dhanpal Mahakavi, Bechardas Doshi
Publisher: R C H Barad & Co Mumbai
View full book text
________________
४५. विलिअ ४५८ विलिय ८०२ विलीण १३४ विलुपिअ* २५७ विलेवण ९४४ विवज्जअ ९४४ विवज्जास २७९ विवंचिआ २५९ विवणी १०५ विवर ४०४ विवाह ९१८ विसअ ८२८ विसंवइअ
१३ विसंखलया ८१० विसट्ट* ६१५ विसढ़ ९३१ विसंठुल ६३२ विस ६१५ विसम ९५१ विसय ६३३ विसाण १५७ विसाल २३ विसाह ५१ विसिह ७३१ विसेस
10mil.nl
व्यलीक न० झूठ वीडित वि० शरमाया हुआ विलीन वि० गला हुआ विलुप्त वि० खाया हुआ विलेपन न० विलेपन विपर्यय पुं० विपरीतता-उलटा विपर्यास पुं० , विपश्चिका स्त्री० वीणा विपणी स्त्री० दुकान-हाट विवर पु० छिद्र, बेरा विवाह पुं० विवाह विषय पु० विषय-गोचर-अधिकार विसंवदित वि० अप्रमाणित विशङ्खला स्त्री० स्वच्छंद स्त्री दलित . वि० विघटित विषम वि० विषम विसंस्थुल वि० विह्वल विष न० विष-झहर विषम वि० सम नहीं-असम विशद वि० उज्ज्वल विषाण न० सिंग विशाल वि० विशाल विशाख पु० गणेश विशिख पु० बाण विशेषक पु० तिलक
Fault Ashamed Dissolved Eaten Unguent Change Change Lute Market Hole Marriage Province Disputed Self willed woman Split Uneven Agitated Poison Uneven Clear Horn Large Karttikeya Arrow Mark on the forehead Exceeding Famous Bird Torn Falsely
!!! 1911
५४२ विसेसि २२३ विस्सुअ
६१ विहंग ८१० विहडिअ ८६ विहल
विशेषित वि. विशेषतावाला विश्रुत वि० प्रसिद्ध विहङ्ग पुं० पक्षी विघटित वि० विघटित-बिगडा हुआ विफल वि० व्यर्थ
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204