Book Title: Paia Lacchinammala
Author(s): Dhanpal Mahakavi, Bechardas Doshi
Publisher: R C H Barad & Co Mumbai

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Page 191
________________ ९७ संघयण १८ संघाअ १८ संघ १३५ सच्चविअ १३ सच्छंदा १२७ सच्छह * ४३७ सज्जुक्क* ८०४ संचारी ६४४ संजविअ ४६ संजुअ ८८२ सढ १९५ साहि १५ सणिअं ८९५ सत्तच्छय ३२९ सत्ततंतु ८७५ सत्तला ३९६ सत्त ४५ सत्ति ५० सत्तु ४०२ सत्थर अ ४८६ सत्थ ७७४ सद्दल ३५१ सद्दाल ६८ सदूल ९६२ सद्द १२० सद्धा १५३ संतय ७६ सतमस ६९२ संदण Jain Education International संहनन संघात संघ सत्यापित स्वच्छन्दा संचारी संयमित संयुग सटा सनाभि शनैस् सप्तच्छद सप्ततन्तु सप्तला सत्त्व सप्ति शब्दाल शार्दूल शब्द न० पुं० पुं० वि० श्रद्गा संतत संतमस स्यन्दन न० पुं० वि० अ० न० शत्रु पुं० संस्तरक पुं० स्वस्थ पु० शाद्वल न० स्त्री० वि० समान वि० नया - ताजा - सोजा पुं० दूती वि० संगोपित लडाई गुच्छ स्वजन - बंधु धीरे धीरे सादड का पेड़ पुं० पुं० १०० शरीर समूह पुं० यज्ञ स्त्री० जूई न० 33 सत्य किया हुआ पुं० प्रमाणित किया हुआ स्वच्छंद स्त्री जीव-जंतु घोडा शत्रु- वैरी बिछौना निरोगी - पटु हरी घास वि० पुं० पुं० स्त्री० श्रद्धा न० निरंतर अवाज-साद अंधकार रथ Body Heap, quantity Heap, quantity Seen For Private & Personal Use Only Selfwilled woman Similar New, fresh Female Entire, safe Battle Cluster Relative Slow, inert Alstonia schola शब्द युक्त अवाज करनेवाला Anklet, noisy वाघ Tiger Sound Faith Always Deep darkness Chariot messenger ries Sacrific Arabic jasmin Beings Horse Enemy Couch of straw Clever Verdant www.jainelibrary.org

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