Book Title: Paia Lacchinammala
Author(s): Dhanpal Mahakavi, Bechardas Doshi
Publisher: R C H Barad & Co Mumbai

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Page 158
________________ १०८ पसन्ना ३३५ पसव १४९ पसाहिअ ३३५ पसूअ २९ पहुंजण ८३ पह १८ पहयर * • २७३ पहरण ९५८ पहर ४६३ पहरिस ७५ पहा ६९५ पहार ५२६ पहुत्त ६१३ पहेणय* ५३२ पहोलिर २१० पाउग्गिअ ९३७ पाउअय ७४३ पाउसागम १२४ पाडच्चर १६६ पाडल ८१७ पाडिकं ५६५ पाडिअ ६३१ पाडुची* १०२ पाणसम २०९ पाण २२८ पाणि १२२ पामर ६७ प्रसन्ना स्त्री० मद्य, दारु प्रसव न० फूल प्रसाधित वि० शृंगार किया हुआ Jain Education International प्रसूत न० फूल प्रभञ्जन पुं० पवन पथ मार्ग प्रहर्ष समूह प्रहण न० शस्त्र प्रहर पुं० पहोर प्रभा प्रहार प्रभूत पुं० पुं० पुं० स्त्री० पुं० वि० न० प्रघूर्णक वि० प्रायोगिक पुं० प्राण पाणि पामर आनंद प्रभा, प्रकाश मारना प्राणसम पुं० पुं० पुं० पुं० बहुत खानेकी वस्तु की भेट प्राकृतक वि० ओढा हुआ प्रावृष्- पुं० चोमासे का आरंभ आगम पाटश्चर पुं० चोर पाटल वि० लाल प्रत्येकम् क्रि०वि० एक एक पातित हिल हिल करने वाला जुआ खेलने वाला प्रियतम-प्राण समान चंडाल हाथ खेती करने वाला Spirituous liquor Flower Adorned For Private & Personal Use Only Flower Wind, storm Path Heap, quantity Weapon Watch, Period of three hours Joy Light Beat Much Present of food Swinging Gambling house वि० पाडा हुआ - गिराया हुआ Thrown down स्त्री० घोडेको सजाना keeper Covered Storm, breaking of monsoon Thief Red Each Painting or adorning a horse Lover, husband Chandalas Hand Husbandman www.jainelibrary.org

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