Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

View full book text
Previous | Next

Page 8
________________ क्रमः अनुक्रमः विषयः ||१|| आवश्यक निर्युक्तिः (ग्रं. २५०० ) पीठिका १ सामायिकाध्ययनं २ उपोद्घातनिर्युक्तिः ३ नमस्कारनिर्यक्ति: ४ सूत्रस्प शिनिर्युक्तिः ५ सामायिक निर्युक्तिः २ चतुर्विंशतिस्तवाध्ययनं ६ चतु विंशतिस्तवनिर्युक्तिः वन्दनकाध्ययनं ७ वन्दनकनिर्यक्ति: ४ प्रतिक्रमणाध्ययनं ८ प्रतिक्रमणनियुक्तिः ९ पारिष्ठापनिकानिर्युक्तिः १० अस्वाध्यायनिर्युक्तिः ५ कायोत्सर्गाध्ययनं ११ कायोत्सर्ग नियुक्तिः Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only पृष्ठ ८७ १०१ १०१ १०५ १०५ १११ १११ १२४ १२४ १३१ १५१ १६० १६० www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 624