Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 9
________________ क्रमः विषयः पृष्ट o ६ प्रत्याख्यानाध्ययनं १७७ १२ प्रत्याख्याननियुक्तिः १७७ ॥२॥ श्रीमती ओघनियुक्तिः (ग्रंन्थाग्रं १३५५) वीरस्तवः २६५ ॥३॥ श्री पिण्डनियुक्तिः ।। (ग्र. ८३५) २६६ ॥४॥ श्री दशवकालिकसूत्र नियुक्तिः ॥ (ग्रं ३७१) ३२८ १ प्रथमाध्ययन नियुक्तिः २ द्वितीयाध्ययन नियुक्तिः ३ तृतीयाध्ययन नियुक्तिः ४ चतुर्थाध्ययन नियुक्तिः ५ पञ्चमाध्ययन नियुक्तिः ६ षष्ठाध्ययन नियुक्तिः ७ सप्तमाध्ययन नियुक्तिः ८ अष्टमाध्ययन नियुक्तिः ३५७ ९ नवमाध्ययन नियुक्तिः ३५८ १० दशमाध्ययन , १ चूला २ चूला ॥५॥ श्री उत्तराध्ययन नियुक्तिः ।। (ग्रं ७००) ३६५ १ प्रथमाध्ययन निर्यक्तिः ३४८ ३५२ mmmmmmm m mr mr m m Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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