Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 14
________________ विषय: क्रमः २- २ द्वितीयध्ययन २-३ तृतीयाध्ययन " 19 २-४-५-६ तुर्ययञ्चमषष्ठाध्ययन निर्युक्तिः २- ७ सप्तमाध्ययन सप्तमाध्ययन "" ||८|| श्री दशाश्रुतस्कन्ध निर्युक्तिः [ग्रं. २२० ] १ प्रथमाध्ययन ४७६ २-३ द्वितीयतृतीयाध्ययन ४७७ ४ चतुर्थाध्ययन ५-६ पञ्चमषष्ठाध्ययन ७ निर्युक्तिः " १३ 11 13 11 || ९ || श्री पर्युषणा कल्प निर्युक्तिः ८ अष्टमपर्युपणाकल्पाध्ययननिर्युक्तिः ९ नवमाध्ययननियंक्तिः १० दशमाध्ययननियंक्ति: निर्युक्तिगाथानां अकारादिक्रमः पृष्ठ ४७१ ४७२ ४७३ ४७५ Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only ४७८ ४७९ ४८० ४८१ ४८७ ४८८ ४९१ www.jainelibrary.org

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