Book Title: Niryukti Sangraha
Author(s): Bhadrabahuswami, Jinendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala

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Page 12
________________ ऋमः विषयः पृष्ठ ४३८ ४३९ ४३९ ४४१ ४४१ ४४२ ४४३ २-२ द्वितीयोदेशक नियुक्ति ३ तृतीयाध्ययन नियुक्तिः ३-१ प्रथमोदेशक नियुक्तिः ४ चतुर्थाध्यासान नियुक्तिः ४-१ प्रथमोदेशक नियुक्तिः ४-२ द्वितीयोदेशक , ५ पञ्चामाध्यायन नियुक्तिः ५-१ प्रथमोदेशक नियुक्ति षष्टाध्यायन नियुक्तिः ६-१ प्रथमोद्देशक नियुक्तिः ७. सप्तमाध्यायन नियुक्तिः ८ अष्टमाध्ययन नियुक्तिः ८-१ प्रथमोद्देशक नियुक्तिः ९ नवमाध्ययन नियुक्तिः ..४४३ ४४४ ४४४ ४४४ ४४५ ४४५ ४४७ ॥२॥ द्वितीयश्रुतस्कन्धः ४४८ ४५१ १. प्रथमचूलानियुक्तिः २ द्वितीय चूलानियुक्तिः ३ तृतीयचूलिकानियुक्तिः ४ चतुर्थचूलिकानियुक्तिः ४५२ ४५३ Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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