Book Title: Nayadhamma Kahao
Author(s): N V Vaidya
Publisher: N V Vaidya
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नावाधम्मकहाओ- [II.1.151तेणेव उवागच्छंति २ वंदति नमसंति २ एवं वयासी - एवं खलु देवाणुप्पिया ! काली दारिया अम्हं धूया इट्ठा कंता जाध किमंग पुण पासणयाए? एस णं देवाणुप्पिया ! संसारभउव्विग्गा इच्छइ देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडा भवित्ता जाव पव्वइत्तए । तं एयं णं देवाणुप्पियाणं सिस्सिणिभिक्खं दलयामो । पडिच्छंतु णं देवाणुप्पिया ! सिस्सिणिभिक्खं । अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं । तए णं सा काली कुमारी पासं अरहं वंदइ नमसइ २ उत्तरपुरस्थिमं दिसीभागं अवक्कमइ २ सयमेव आभरणमल्लालंकारं ओमुयइ २ सयमेव लोयं करेइ २ जेणेव पासे अरहा पुरिसादाणीए तेणेव उवागच्छइ २ पासं अरहं तिक्खुत्तो वंदइ नमसइ २ एवं वयासी - आलित्ते णं भंते ! लोए एवं जहा देवाणंदा जाव सयमेव पवावेउं। तए णं पासे अरहा पुरिसादाणीए कालियं सयमेव पुप्फचूलाए अजाए सिस्सिणियत्ताए दलयइ। तए णं सा पुप्फचूला अजा कालिं कुमारि सयमेव पवावेइ जाव उवसंपजित्ताणं विहरइ । तए णं सा काली अजा जाया इरियासमिया जाव गुत्तबंभयारिणी । तए णं काली अजा पुप्फचूलाए अजाए अंतिए सामाइयमाइयाइं एकारस अंगाई आहिज्जइ बहूहिं चउत्थ जाव विहरइ । तए णं सा काली अज्जा अन्नया कयाइ सरीरबाउसिया जायावि होत्था । अभिक्खणं २ हत्थे धोवेइ पाए धोवेइ सीसं धोवेइ मुहं धोवेइ थणंतराणि धोवेइ कक्खंतराणि धोवेइ गुज्झंतराणि धोवेइ जत्थ जत्थ विय णं ठाणं वा सेजं वा निसीहियं वा चेएइ तं पुवामेव अब्भुक्खित्ता तओ पच्छा आसयइ वा सयइ वा । तए णं सा पुप्फचूला अजा कालियं अजं एवं वयासी-नो खलु कप्पइ देवाणुप्पिए ! समणीणं निग्गंथीणं सरीरबाउसियाणं होत्तए। तुमं च णं देवाणुप्पिए ! सरीरबीउसिया जाया अभिक्खणं २ हत्थे धोवसि जाव आसयाहि वा सयाहि वा । तं तुमं देवाणुप्पिए ! एयस्स ठाणस्स आलोएहि जाव पायच्छित्तं पडिवजाहि । तए णं सा काली अजा पुप्फचूलाए अजाए एयमद्वं नो आढाइ जाव तुसिणीया संचिट्ठइ । तए णं ताओ फुप्फचूलाओ अजाओ कालिं अनं

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