Book Title: Nandi Sutra
Author(s): Devvachak, Hansraj
Publisher: Nagor

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Page 81
________________ मायच्या तेव्तेनोइमजा रस | नो०पिएबोन | के एहनीर- रसबेइम | तिमारे विचारणा करेत-तिवारैपबैल पयोग ना २० रसनै दहेनो ग्रहण की थी जाएँ) हं विचारणा नंदी सूत्र पुरिमेाक्तरमा आमा ईजाते लस्सो खिशाहिए। नोचे वणं जाल केरक्स र सेति । त इनिमीतो जालई तिवारी धारणाक तिवार ४१ ga पले यह स्वनिर एकसा | विनारे | निश्ञ / तनिवा की महारावे | रावना लगे करारावे हवेपा मुगे एसर मे/ वायुविसईत से उन गयंवरं विमर्श करे ईरवेज वा कालो स करन / जर क | पत्र / देने / ते-तेने मजा / उज्जेयसी | नो विल न जाते. नामइतिकावनाईरुष यहेका खेजवाकाल । कराई। मेज हा नामए । के रिसे। अचासे परिसवे इजाफा संतिगाहिए। नोदेव के० एके हना के हनीफा तिनारेबेइ पैसे विचा तिवारैपबैन पयोग जालैः ० एम तिवारै । निश्चय तिवारैपबेसे० तेपानीज 7 फरसबै इमन जाल : विचारणा है | रणा करेनाविवारणाकरी अनुकानो प करै निश्रय का भोजनैते निश्चय जाली के सफा सोति त ! हे विस | जाल) अमुगे एस फासे । तवाय पविस से यह कराने: तिना रैप तिवारैव सष्पा ताकाल संध्याता काल लगेधा से तेजे यथादृष्टां के कोई प्रथम स्वनया से जान धा-धारी राजेवण्या लगेयाधारी नाविको मनो तेनामैनामइतिखा एकरु अव्यक्त जालदेषैः रणाकरै: दृष्टशतक चावनाकरानै 4 धाराव राष वईनधारण विसारे संवेद्य वा कालवाकाल मे जहा नाम ए के रिसे तक मिल पा तेनतेने इमजाले मनो० नोने विल | के कल्० सानो । इविनारणात पैसे | तिना२धुळे / अनुको एमालेः प्रभूको नानजा लेते बला: दोगे त° तिवारेप विचारणा करे: सेकातिकमित्ति गाहिए। नो वेवलं जाई॥ के वेएस समिति / ततिवार को पो तिनारेवबै सेते अथनिश्चयका ततिवार ततिना धारधारा । राबर लेतिति वा ये गये हवी तर्ज सेनकायगत धरले व मिनज तारे झसखेद्य वा कालो संवेद्य वा काम ए०ए हम बै: विजा अमुगे एसस मि संष्पाता काल अथवा संपाता काल लगै भारीराब लगेधारा बूर ६ ४२

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