Book Title: Nalvilasnatakam
Author(s): Ramchandrasuri, Vijayendrasuri
Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala
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श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला- ग्रन्थाङ्कः १२६
5 श्री महावीर जिनेन्द्राय नमः ।। पू. आ. श्रीविजयामृतसूरिभ्यो नमः ।। कविकटारमल्ल - पूज्याचार्यदेव श्री रामचन्द्रसूरीश्वर - विरचितं
नलविलासनाटकम
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सम्पादक: संशोधक श्व तपोमूर्ति-पूज्याचार्यदेव श्रीविजयकर्पू रसूरीश्वर पट्टधरहालारदेशोद्धारक - पूज्याचार्यदेव श्री विजयामृतसूरीश्वरपट्टधरः
पूज्याचार्यश्री विजयजिनेन्द्रसूरीश्वरः
5
वर्द्धमानपुर (वढवाणशहेर) निवासी शाह लाडकचन्द जीवराज-राजकोट निवासी वसा सौभाग्यचन्द तलकचन्द इत्येतयोः सहाय्येन
प्रकाशितोऽयं ग्रन्थः
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5 प्रकाशिका -
श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला लाखाबावल - शांतिपुरी (सौराष्ट्र )
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