Book Title: Muni Ki Raksha
Author(s): Moolchand Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 10
________________ मन्त्रियों ने घोषणा की कि कल पूर्णमासी है अतः सुबह यज्ञशाला में जो भी भिक्षक पहुँचें उन्हें मुंह- मांगा दान दिया जावे, फिर उपवन में ठहरे मुनियों को अग्निकुण्ड में होम दिया जावे। MAHILAIMURTI RATAITANTHIMILAIMSTRIma उन्होंने यह समाचार अपने गुरुविष्णुसूरि जी को सुनाया। विष्णुसूरिने अपने ज्ञान बल से बतलाया आकाश मंडल में श्रवण-नक्षत्र को कॉपताहा देवकर मिथिलापुरी के एक विद्वानक्षल्लक श्री प्राजिष्णु जी ने ज्योतिर्विद्या के बल से यह जान लिया किजरूर कहीं दिगम्बर मुनियों पर भारी संकट आया हुआ है। कि... मुनिवर अकम्पनाचार्य और उनके संघ पर भीषण उपसर्ग किये जा रहे है,यदि शीघ्र ही धरणीभूषण पर्वत पर पहुँचकर विक्रिया-ऋद्धि धारक महामुनि विष्णुकुमार जीको यह सन्देश नहीं दिया तो महान अनर्थ हो जायेगा।

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