Book Title: Mumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Author(s): Jain Shwetambar Conference Office
Publisher: Jain Shwetambar Conference Office
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(१९७) ठराव २१ मो.
देशी महाराजाओनो उपकार. "माळवामां आवेलुं श्री मक्षीजीनुं तीर्थ, जेना संबंधमां ग्वालियरना महाराजाए हालमां आपणने जे ईनसाफ आप्यो छे, ते माटे तेमनो आ कॉन्फरन्स आभार माने छे, अने ते माटे महाराजा उपर तार मुकवो योग्य धारे छे.
___वळी उदेपुरनुं राज्य, जेमां आपणुं जाणीतुं श्री केसरीयाजीनुं तीर्थ आवेलुं छे, त्यांनी व्यवस्था त्यांना महाराणा-तरफथी कमीटी मारफते सारी रीते राखवामां आवी छे, अने बीजी केटलीक योग्य व्यवस्था करवा माटे तेओने अरज करवामां आवनार छे, तेथी तेओ साहेब आपणी अरज ध्यानमा लेशे एवी आशा राखवामां आवे छे. आ. महाराजानो पण आ कॉन्फरन्स उपकार माने छे.
वळी जामनगरना महाराजा जामसाहेब जसाजी बहादुर, जेओए आखो श्रावण मास, अधिकमास, पर्युषण, अगीयारश तथा अमासे पोताना आखा राज्यमां कोईपण जीवहिंसा करे नहीं, तेवो हुकम कहाड्यो छे; घेटां बकरांने नानी वयमां कोई रझळतां मुके, नहीं ते माटे बंदोबस्त करवामां आव्यो छे, अने खेतीने उपयोगी जानवरो गाय, भेंस, बळद विगेरेनो वध नहीं करवा माटे सख्त सरक्युलर कहाड्यो छे, ते महाराजा जामसाहेबनो आ जैन कॉन्फरन्स अंत:करणपूर्वक आभार माने छे.
वळी दशेराना तहेवार उपर वडोदरा, भावनगर, मोरबी, लौंबडी अने धरमपुर विगेरेना महाराजाओए बकरा तथा पाडानो वध थतो बंध कर्यो छे; तेथी तेमनोआ कॉन्फरन्स खरा दिलथी उपकार माने छे. तेमज जे राज्योने पशुवध अटकाववा माटे अरज करवामां आवी छे, तेओ पण आपणी अरज स्विकारशे एवी आशा राखवामां आवे छे."
दरखास्त करनार-शेठ. कुंवरजी आणंदजी-भावनगर.
टेको आपनार-शेठ अमरचंद जसराज-भावनगर. आ दरखास्तने टेको मळ्या बाद ते सर्वानुमते पसार करवामां आवी हती.
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