Book Title: Mumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Author(s): Jain Shwetambar Conference Office
Publisher: Jain Shwetambar Conference Office
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ए प्रमाणे संख्याबंध लोकोना गुजराननुं साधन तुटी गयुं, तेनी पण दरकार नहीं - करतां जनावरे उपर थतुं घातकीपणुं अटकाववानी नामदार सरकारे पोतानी फरज विचारी - छे; अने तेथी जो आम पशुयज्ञनां भयंकर कामो नामदार सरकारने समजावशो तो जरुर आपनी अरजीमां फतेह पामशो; अने एवी अरजी करवाने आप तैयार थशो, त्यारे हजारो दयाळु युरोपियनो, पारसीओ, मुसलमानो, अने हिंदुओ एके अवाजे आपने धन्यवाद देशे तथा आपनी फतेह ईच्छशे, एवी मारी खात्री छे. गया जानेवारी मासमां बनारसमां जे पायज्ञ थयो हतो, तेमां मी. प्रभाशंकरना रीपोर्टमां जणाव्या प्रमाणे आशरे रु. १२०००) नो खर्च थयो हतो. दयाळु भाईओ ! एक आवुं काम करवाने ज्यारे एकज शख्से बार हजार रुपीआ खर्च्या छे, त्यारे तेवुं महा पाप स्थळे स्थळे ने वर्षे वर्षे थतुं अटकाववानुं महा पुन्य करवानुं माथे लेवा, डुं आपणामांथी कोई वीर पुरुष बहार पडी पोतानी जींदगीनुं सार्थक नहीं करशे ?
कमीटी नीमवानी जरुर छे.
आवती त्रीजी कॉन्फरन्स भराय ते पहेलां पशुयज्ञनुं महा पाप कायदाथी अटकाववा माटे आप एक खास कमीटी नीमशो. तेने माटे नामदार हिंदुस्ताननी सरकारने अरजी करवा तथा आपणे मागीए तेवो कायदो पसार थाय, त्यांसुधी आपणी वकीलात करवा एक नामीचा बारीष्टरने रोकशो. अंग्रेजी तेमज देशी छापामां पशुयज्ञनुं महापाप उघार्छु पाडवानी गोठवण करशो. नामदार वॉईसरॉय साहेब पासे रुबरु अरज करवा आपना आगेवान गृहस्थोनुं डेप्युटेशन मोकलशो. ठेकाणे ठेकाणे पशुयज्ञ विरुद्ध भाषणो करावी, ते महापाप सामी प्रजानी दयानी लागणी जागृत करशो, अने तेवा राक्षसी यज्ञो करवानी कायदाथी बंधी चाय त्यांसुधी तेना सामे अरज चालुज राखशो, आवी मारी आपने नम्रतापूर्वक विनंति छे. " आ स्थळे मि. मोतीलाल जमनादासे पण असरकारक विवेचन करी सभानुं दिलरंजन कर्यु हतुं.
मी. बहेरामजी पांडेनुं भाषण.
मी. बहेरामजी लीमजी पांडे नामना फळाहारी पारसी गृहस्थे बाद जणाव्युं के, "जीवदया संबंधी बोलवानी छुट आपे आपी ते माटे हुं आपनो उपकार मानुं छं. सृष्टिनी आदिमां मनुष्यनी साधे जानवरो तथा वनस्पति पण पेदा कीधी, तेनो हेतु अत्रे ए होई शके के तेओ एक बीजाने सहायता करे, नहीं के हनन करे . आप जैनोए पांजरापोळ उभी कीधी छे, अने ते पाछळ · तमोए हजारो रूपीआ भेगा कीधा छे; परंतु मने कहेवा देशो के तेनो जोईए तेटलो फायदो धयो नथी. पुरो फायदो करवा माटे तेनो वधु सारो वहीवट करवामां आवत्रो जोईए. वळी फळाहारनो प्रसार करवा माटे इंग्लंड खाते प्रगट थतां तेनी हिमायत करनारा पुस्तको तथा चोपानीयां मंगावत्रां जोईए, तथा तेनी लायब्रेरी उघाडवी जोईए. " आगळ चालतां मी. पांडेए `जणान्युं के "छेला दुकाळने लीधे लाखो जानवर मरण पामवाथी तेओनो भाव वधी गयो छे, तेथी खेडुतो पुरती संख्यामां ते खरीदी शकता नथी. तमो जीवदया करीने केलां पशुओनी
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