Book Title: Mumbaima Bharayeli Biji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Author(s): Jain Shwetambar Conference Office
Publisher: Jain Shwetambar Conference Office

View full book text
Previous | Next

Page 331
________________ संख्या बचावी शकशो? बहुज थोडी." श्रोताजनोने खोटं लागे तो ते माटे माफ मागी मी.. पांडेए जणावयु के " खरी जीवदया करवा माटे जैनोए पोतानी हालनी रीतिमां संगीन फेरफार करवा जोईए." बाई साकरबाई दीनशा पीटीटवाळी जानवरोनी होस्पीटल, मुंबईनी गौरक्षक मंडळनी बोरीवली खातेनी गौशाळा विगेरे खातांने जैनो तरफथी मदद मळी नथी, ते माट वक्ताए दिलगीरी बतावी हती अने जीवरक्षा संबंधी चौकस नियमो कॉन्फरन्सनी कमीटी घडी कहाडशे, एवी अंतमां मी. पांडेए आशा बतावी हती. मी. रेवाशंकर जगजीवन झवेरीनुं भाषण. "आ कॉन्फरन्सना बीजा दिवसनी बेठकमां जे ठरावो पसार करवाना हता, तेमां जीवदयाना संबंधना ठराव सर्वानुमते पसार थयेला छे, जेमां जीवदयाना संबंधमां योग्य व्यवस्था. करवानो ठराव छे, तेने अंगे हुं बे शब्दो बोलवा मागुं छू. “जीवदया" ए शब्दनो अर्थ जेननी भाषामां बहु बहोळा विस्तारवाळो छे. निराधार मनुष्योने जे जे प्रकारे आधार आपवो जोईए. ते ते प्रकारे आधार आपवो विगेरे बाबतो जीवदयामां समाई जाय छे, अनेतेना संबंधमां जे कांई बोलवू जोईए, ते बोलाई चूक्युं छे. हुं आ जगोए जे कहेवा मागुंछु ते एछे के, आपणा लोको जीवदयाना काममा हजारो अने लाखो रुपीआ खर्चे छे, कोईपण जीवनुं रक्षण करवू ते पोताना प्राण समान गणे छे, अने तेने माटे पोतानाथी जेटलो बने तेटलो प्रयत्न करे छे; पण हालना जमानाने बंध बेसता जे रस्ताओ छे, ते रस्ताओ बराबर ध्यानमां नहीं होवाथी, जेटलो पैसा खर्चाय छे. तेना प्रमाणमां जीव- रक्षण घणुंज ओछु थाय छे. जीवनुं रक्षण करवाना रस्ता. त्यारे आ जगोए ए सवाल उत्पन्न थाय छे के, खर्च ओछु थाय अने जीवनुं रक्षण विशेष थाय, तेवा शुं रस्ता छे ? आपणा देशमा मुख्यत्वे करीने गायो, भेशो, घेटां, बकरां विगैरे प्राणीओनां मोटा टोळाओ भरवाड रवारीना कबजामां होय छे. आ जात अहिंसक छ, एटले प्राणीओनी हिंसा करती नथी, अने मांसाहारी नथी, अन्नफळ खानारी छे. आ जातना लोकोनो मोटो भाग पोतानी जींदगी पोतानां जनावरोनी साथे जंगलमां गुजारे छ; अने तेओ जंगलमा रही लगभग जंगली स्थितिमां होय छे, अथवा बीजा शब्दोमा कहीए तो अज्ञान होय छे. वळी ते जातनो मोटो भाग गरीब स्थितिमां होय छे. आ लोकोने कसाईओ विगेरे हिंसक वर्ग तरफथी पैसानी मोटी रकमो मळवाथी, ते पोतानां अवाचक निर्दोष प्राणीओने पैसाना भोगे तेवा लोकोने हवाले करे छे. जैनो जीवदया प्रतिपाळ कहेवाय छे. ते लोकोना प्रतिनिधीओ मुंबईमां एकत्र थएला होवायी, ते अवाचक प्राणीओए पोताना तरफथी वगर आमंत्रणे गुजरात, काठीआवाड तरफथी Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402