Book Title: Multan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Multan Digambar Jain Samaj

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Page 200
________________ श्री खेमचन्द जी के पुत्र श्रीपाल जी आपका जन्म 25 मार्च 1939 को मुलतान मे श्री खेमचन्द जी के घर हुआ । बी ए तक शिक्षा प्राप्त कर श्रीपाल जी अपने पैरो पर खडे हुए और कटला पुरोहित जी मे होजरी का व्यवसाय करने लगे । जिसमे इन्होने अच्छी प्रगति की । आपकी धर्मपत्नी श्रीमती उर्मिला जैन है और आपके पुत्र आसीस एव दो पुत्रिया है । सस्थान खेमचन्द श्रीपाल कटला पुरोहित जी जयपुर । निवास 7 झ 8 जवाहर नगर, जयपुर । दूरभाष न० 852482 श्री भोलाराम जी श्री थारगामल जी वगवाणी के पुत्र थे । भोलाराम जी के रिखबदास जी, आसानन्द व रंगूलाल तीन पुत्र जिनमे श्री रिखवदास के श्री मनोहर लाल, प्रेमचन्द व पवनकुमार तीन पुत्र हैं, पूरे परिवार के लोग दिल्ली रहते हैं । इसलिए उन सबका परिचय दिल्ली खण्ड मे दिया गया है । केवल मनोहरलाल जी जयपुर में रहते है, उनके परिवार का परिचय निम्न प्रकार है । श्री मनोहरलाल जी वगवाणी आप श्री रिखवदास जी के पुत्र एव भोलाराम जी वगवाणी के पौत्र है । आपके पिता श्री रिखवदास जी का युवावस्था में ही देहावसान हो गया और आप मुलतान मे अपने फर्म भोलाराम रिखवदास जैन मे कार्यरत रहे । आपको प्रारम्भ से ही स्वाध्यान में अति रुचि थी तथा घण्टो स्वाध्याय एव सामायिक आदि किया करते थे । पाकिस्तान बनने के पश्चात् आप जनपुर आकर बस गये और उसी तरह स्वाध्याय आदि का क्रम वनाये रखा | आपकी धर्मपत्नी श्रीमती जाशीवाई का कुछ समय पश्चात् बीमारी के कारण स्वर्गवास हो गया | आपके जिवेन्द्रकुमार एक पुत्र एव दो पुत्रिया है । श्री मनोहरलाल जी के पुत्र श्री जिवेंद्र कुमार जी जिवेन्द्रकुमार का जन्म मुलतान मे श्री मनोहरलाल जी के घर हुआ था । शिक्षा के वाद आप अपने पिता के साथ जयपुर मे कार्य करने लगे । आप स्वभाव से शान्तिप्रिय व्यक्ति है । आपकी धर्मपत्नी श्रीमती मन्जु है । आपके अमित व उदित दो पुत्र एव एक पुत्री है । व्यवसाय देहलो जनरल स्टोर, कटला पुरोहित जी, जयपुर | निवास 573 आदर्शनगर, जयपुर मे है । 158 1 @ मुलतान दिगम्बर जैन समाज - इतिहास के आलोक में


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